0 नांदगांव में हुई गड़बड़ियों को ठीक कर रही है टाइमिंग टेक्नोलॉजी
0 भर्ती प्रक्रिया को जारी रखा है पुलिस विभाग ने
0 एसपी मोहित गर्ग ने दी TRP न्यूज को जानकारी

राजनांदगांव/रायपुर। राजनांदगांव में चल रही आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में घोटाले के उजागर होने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल जिस तकनीक का इस्तेमाल करके राजनांदगांव में भर्ती की जा रही है, उसी तकनीक से प्रदेश भर के सभी संभाग में भर्ती प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में एक संभाग में जो गड़बड़ी पकड़ी गई है, वही दूसरी जगह भी हो सकती है। इसलिए पूरी भर्ती प्रक्रिया का संदेह के दायरे में आना लाजिमी है। वहीं अब राजनांदगांव में पुलिस फिलहाल तकनीकी कंपनी के भरोसे है, जिसने सारी गड़बड़ियों को ठीक करके देने का दावा किया है।

इस तरह होती है पात्रता की परीक्षा

पुलिस आरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने वाले उम्मीदवारों को ऊंचाई और सीने की चौड़ाई के मापदंड को पूरा करने के बाद 100 मीटर और 800 मीटर दौड़, ऊंची कूद, लंबी कूद और गोला फेंक में अपनी दक्षता दिखानी होती है। इसमें एक निश्चित अंक हासिल करने के बाद इनकी लिखित परीक्षा होती है और उसे पास करने के बाद चयनित उम्मीदवारों की 15 किलोमीटर की दौड़ आयोजित की जाती है। इसमें निश्चित समय में दूरी तय करने के बाद इनकी मेरिट सूची तैयार की जाएगी और उसी के आधार पर आरक्षक पदों पर भर्ती की जाएगी।

टाइमिंग टेक्नलाजी के सहयोग से चल रही है भर्ती प्रक्रिया

आरक्षक संवर्ग भर्ती प्रक्रिया में सभी इवेंट को टाइमिंग टेक्नलाजी कंपनी हैदराबाद की तकनीकी सहायता से संचालित किया जा रहा है। दरअसल पुलिस विभाग ने इसी कंपनी से पूरे प्रदेश में भर्ती के लिए उपकरणों की खरीदी की है। वहीं इन उपकरणों को चलाने और डाटा की इंट्री के लिए कंपनी के कर्मचारियों को ही लगाया गया है। सभी डाटा का एक्सेस कंट्रोल भी उक्त कंपनी के पास ही है। डाटा इंट्री के लिए एवं सभी तकनीकी उपकरणों का संचालन टाइमिंग टेक्नोलजी कंपनी द्वारा नियुक्त स्टाफ द्वारा किया जाता है। सभी संभागों में चल रही भर्ती प्रक्रिया में टाइमिंग टेक्नोलॉजी के स्टाफ के अलावा पुलिस के स्टाफ और अधिकारी भी तैनात किये गए हैं।

शिकायत के बाद गड़बड़ी हुई उजागर

राजनांदगांव में चल रही पुलिस भर्ती प्रक्रिया में 4 दिन पहले कुछ उम्मीदवारों ने भर्ती में चल रही गड़बड़ियों को उजागर करते हुए SP मोहित गर्ग से इसकी शिकायत की। इसके बाद यह मामला आम हो गया। कांग्रेस पार्टी ने भी प्रेस वार्ता लेकर गड़बड़ी की जांच की मांग की। इधर गोला फेंक की प्रभारी DSP तनुप्रिया ठाकुर ने गड़बड़ी पकड़ने के बाद थाने में FIR भी दर्ज करा दी।

सर्वर चेक करने पर पकड़ी गई भारी गड़बड़ी

राजनांदगांव के SP मोहित गर्ग ने TRP न्यूज से चर्चा में बताया कि एक गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद CCTV फुटेज और सर्वर को चेक किया गया। इसमें काफी गड़बड़ियां पकड़ी गईं। हम लोगों ने पाया कि बहुत सारी एंट्री ऐसी हैं, जो गलत तरीके से की गई है, उदाहरण के तौर पर भर्ती प्रक्रिया में एक कैंडिडेट को एक अटेम्प्ट एलाउ है, लेकिन जब हम लोगों ने डाटा चेक की और सीसीटीवी देखा तो पाया कि अटेम्प्ट एक ही कराया जा रहा है, लेकिन डाटा ऑपरेटर के द्वारा फर्जी तरीके से उसमें मल्टीप्ल एंट्री डाल दी गई है, जो कि गलत है। टाइमिंग टेक्नोलॉजी जो कि हैदराबाद की कंपनी है, जिसके स्टाफ को टेक्निकल असिस्टेंट के लिए यहां भेजा गया है। चेकिंग में बड़े स्तर पर यह फ्रॉड मिला है।

जो कंपनी संदेह के दायरे में, उसी के भरोसे पुलिस..?

SP मोहित गर्ग ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर मिली गड़बड़ियों के आधार पर छः आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 4 आरक्षक हैं और 2 हैदराबाद की कंपनी टाइमिंग टेक्नोलॉजी के स्टाफ हैं। वहीं एक आरक्षक ने आत्महत्या कर ली है और वह भी संदेह के दायरे में था।

मोहित गर्ग ने बताया कि सर्वर की जांच में ऐसी काफी गड़बड़ियां पकड़ी गईं, जिनमें सर्वर में कुछ और फीड है और अंक उससे अलग दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि टाइमिंग टेक्नोलॉजी की तकनीकी टीम ने मौके पर पहुंच कर सर्वर की जांच शुरू कर दी है। कंपनी की इस टीम ने उन्हें ‘सर्टिफिकेट’ देते हुए कहा है कि सभी उम्मीदवारों की दक्षता परीक्षा का डाटा सर्वर में सुरक्षित है, जिसके आधार पर वे सारी गड़बड़ियों को सुधार कर पूरी सूची प्रदान करेंगे। पुलिस अब इसी कंपनी के भरोसे है, कि वह पूरी जांच करके दक्षता परीक्षा में सफल उम्मीदवारों की सूची देगी, और उसके सहारे भर्ती की प्रक्रिया आगे बढ़ेगी।

जारी है भर्ती प्रक्रिया

मोहित गर्ग ने बताया कि कंपनी के स्टाफ पूरे डाटा को ठीक कर रहे हैं, और यही वजह है कि यह भर्ती प्रक्रिया स्थगित नहीं की गई है और पहले की तरह जिले में भर्ती का काम चल रहा है। गर्ग ने इशारा किया है कि अगर गड़बड़ी नहीं सुधरी तो भविष्य में परीक्षा दोबारा कराने को लेकर कोई फैसला किया जा सकता है।

संपूर्ण जांच की है जरुरत

आरक्षक भर्ती प्रक्रिया में राजनांदगांव में जो गड़बड़ी उजागर हुई है, इसी तरह का घोटाला दूसरे स्थानों पर हो रही भर्ती प्रक्रिया में भी हो सकता है। यही वजह है कि कांग्रेस पार्टी ने पूरे प्रदेश में चल रही भर्ती प्रक्रिया की CBI जांच की मैग की है। PCC अध्यक्ष दीपक बैज ने आशंका जताई है कि इस मामले में अधिकारियों को बचाया जा रहा है, इसलिए उन्होंने मांग की है कि पूरी भर्ती प्रक्रिया की जांच केंद्र की एजेंसी से कराई जाये।