नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान जातिगत जनगणना का मुद्दा उठाया था। इसको लेकर उन्हें बरेली की कोर्ट ने नोटिस भेज दिया है, जिस पर कांग्रेस नेता उदित राज ने आक्रामक बयान दिया है।

लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने जाति जनगणना का मुद्दा जोर-शोर से उठाया था। कांग्रेस को इसका फायदा भी मिला। अभी-भी राहुल गांधी जातिगत जनगणना के मुद्दे पर बयान देते रहे हैं। इस बीच बरेली कोर्ट ने उन्हें नोटिस जारी कर दिया है और 7 जनवरी को पेश होने की बात कही है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के खिलाफ बरेली कोर्ट ने जारी नोटिस पर कांग्रेस पार्टी भड़क गई है। कांग्रेस के नेता और पूर्व सांसद उदित राज ने तो यह तक कह दिया है कि ऐसे जजों को तुरंत ही बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए।

याचिकाकर्ता ने राहुल गांधी पर क्या कहा?

राहुल गांधी के जातिगत जनगणना के मुद्दे पर याचिकाकर्ता पंकज पाठक ने कोर्ट का रुख किया और कहा कि हमें लगा कि जाति जनगणना पर चुनाव के दौरान राहुल गांधी द्वारा दिया गया बयान देश गृहयुद्ध शुरू करने की कोशिश जैसा है।

याचिकाकर्ता ने कहा कि हमने पहले MP-MLA कोर्ट में उनके खिलाफ मामला दायर किया था, जिसको खारिज कर दिया गया था। उसके बाद वे जिला जज कोर्ट गए वहां हमारी अपील स्वीकार कर ली गई।

कांग्रेस नेता उदित राज राहुल को मिले इस नोटिस पर भड़क गए हैं। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए कुछ भी नहीं है। यह एक बेकार नोटिस है। न्यायाधीशों को उनके पदों से हटा दिया जाना चाहिए।

उदित राज ने याचिकाकर्ता को लेकर यह तक कह दिया कि मानिसक बीमार लोगों के पास याचिका फाइल करने के समय होता है। अदालत की क्या दुर्दशा हो चुकी है। सुप्रीम कोर्ट की बात लोअर कोर्ट नहीं मान रहे। ऐसे मामले में भी नोटिस भेजना, जिसका कोई मतलब नहीं है। यह बकवास नोटिस है।

कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा कि जातीय जनगणा पर राहुल ने उसका प्रचार किया। यह तो हमारा मुद्दा है। यह तो सामाजिक न्याय है। सबको भागीदारी देने की बात है। जिन्हें पर्चेजिंग पावर नहीं है, उनके लिए योजनाएं बनाएं। उससे देश तरक्की करेगा। इससे बड़ा हित का मुद्दा इस समय भारत की राजनीति में है ही नहीं।