रायपुर। राजधानी के तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र में मंगलवार शाम एक दिल दहला देने वाली घटना घटी। 22 वर्षीय नंदनी देवार ने पति से झगड़े के बाद थाने में शिकायत की, लेकिन पुलिस से संतोषजनक जवाब न मिलने पर नाराज महिला ने थाने के बाहर अपनी तीन माह की मासूम बच्ची के साथ आत्मदाह करने की कोशिश की। इस घटना ने पुलिस प्रशासन और स्थानीय लोगों को झकझोर कर रख दिया।

आनन फानन में जवानों ने दौड़ते भागते आग में जलती महिला और बच्ची को बचाने का प्रयास किया। जिसके बाद उन्हें तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया।
जानकारी के मुताबिक घटना तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र की है. तिल्दा के देवार पारा निवासी महिला नंदनी सावरा मंगलवार शाम अपनी तीन माह की बच्ची के साथ पहुंची थी। यहां उसने पुलिस को अपनी आपबीती बताई। लेकिन संतोषजनक जवाब न मिलने से वह निराश हो गई। बातचीत के बाद वह थाने के बाहर आई और केरोसिन डालकर खुदको आग के हवाले कर दिया। थाने के बाहर आगजनी की जानकारी मिलने के बाद तैनात पुलिस कर्मी भी सन्न रह गए।
पुलिसकर्मी थाने के बाहर आए। महिला एवं उसकी बच्ची पर लगी आग को बुझाने लगे। लेकिन बताया जा रहा है कि घटना में महिला के साथ बच्ची भी बुरी तरह से झुलस गई है। दोनों को गंभीर हालत में पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तिल्दा में भर्ती करवाया है। जहां से प्राथमिक उपचार के बाद बच्ची को रायपुर के लिए रेफर कर दिया गया है। घटना की जानकारी के बाद अस्पताल में थाना प्रभारी और तहसीलदार भी पहुंच गए।
क्या थी आग लगाने की वजह?
22 साल की नंदनी देवार का अपने पति नानकुन देवार के साथ विवाद हुआ था। विवाद के बाद वो महिला अपनी बच्ची को लेकर थाने पहुंची थीं। पुलिसकर्मी कुछ समझ पाते उससे पहले ही महिला ने खुद पर केरोसिन तेल डालकर आग लगा ली। उसकी गोद में बच्ची भी थी। आग की चपेट में आने से बच्ची भी बुरी तरह झुलस गई।
सामुदायिक केंद्र के डॉक्टरों ने पुलिस को बताया कि महिला और बच्ची को जली हुई हालत में लाया गया था। मां 20 प्रतिशत जली है। वहीं 3 माह की बच्ची भी झुलस गई है। मासूम की गंभीर हालत को देखते हुए उसे रायपुर रेफर कर दिया गया है। तिल्दा पुलिस ने मामले में बताया कि महिला ने थाने के बाहर पहले खुदको आग लगाई. फिर थाने की ओर चली आई। यह घटना सीसीटीवी ने भी कैद हुई है। फिलहाल इस मामले में जांच की जा रही है।