नेशनल डेस्क। मुंबई पुलिस ने सोमवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में चार्जशीट दायर की। इस चार्जशीट में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। पुलिस के अनुसार, बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान गिरोह का मुख्य निशाना थे। सिद्दीकी की हत्या एक वैकल्पिक योजना के तहत की गई, क्योंकि अभिनेता को मारने की कोशिश सुरक्षा के चलते नाकाम हो गई थी।
सिद्दीकी की हत्या की क्या थी वजह
मुंबई पुलिस ने अदालत में सिद्दीकी की हत्या के तीन मुख्य कारण बताए हैं। पहला, सलमान खान से उनकी करीबी दोस्ती और दाऊद इब्राहीम के साथ उनके कथित रिश्ते; दूसरा, मुंबई और अन्य स्थानों पर अपनी गैंग (लॉरेंस बिश्नोई गैंग) का वर्चस्व स्थापित करना और तीसरा, अनुज थापन की हत्या, जो सलमान खान के घर पर हुई फायरिंग के मामले में आरोपी था। बिश्नोई गैंग का मानना है कि थापन की हिरासत में हत्या हुई, जबकि पुलिस का दावा है कि उसने आत्महत्या की थी।
चार्जशीट में 210 लोगों के बयान
मुंबई पुलिस ने इस मामले में 4590 पन्नों की चार्जशीट दायर की है, जिसमें 26 आरोपियों के नाम शामिल हैं। इसके अलावा, तीन फरार आरोपियों के नाम भी हैं- शुभम लोनकर, मोहम्मद यासीन अख्तर उर्फ शिकंदर, और अनमोल बिश्नोई। पुलिस ने शुभम लोनकर के फेसबुक पोस्ट को हत्या की वजहों को साबित करने के आधार के रूप में इस्तेमाल किया है। चार्जशीट में 210 लोगों के बयान भी दर्ज किए गए हैं।
पहले बनाया प्लान फिर हत्या
पुलिस के अनुसार, शुरुआत में गणपति विसर्जन के दौरान सिद्दीकी या उनके बेटे जीशान को निशाना बनाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन यह योजना नाकाम हो गई क्योंकि वे विसर्जन में नहीं पहुंचे। इसके बाद, 12 अक्टूबर 2024 की रात सिद्दीकी की हत्या कर दी गई। सिद्दीकी को मुंबई के बांद्रा इलाके में उनके बेटे के दफ्तर के बाहर तीन हमलावरों ने गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इस हत्याकांड के बाद, मुंबई पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए देशभर से आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें शूटर और हत्या में मदद करने वाले लोग शामिल हैं।
पुलिस का दावा- दबदबा कायम रखने रची साजिश
चार्जशीट के अनुसार, अनमोल बिश्नोई ने सिद्दीकी की हत्या की साजिश डर का माहौल बनाने और अपनी गैंग का दबदबा स्थापित करने के लिए रची थी। अब तक पुलिस ने 26 लोगों को गिरफ्तार किया है और उनके खिलाफ महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण (MCOCA) अधिनियम के तहत कार्रवाई की है। सभी आरोपी न्यायिक हिरासत में हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, उन्हें इस मामले में लॉरेंस बिश्नोई के शामिल होने का कोई सबूत नहीं मिला है। साथ ही, जीशान द्वारा लगाए गए स्लम रिहैबिलिटेशन अथॉरिटी (SRA) के आरोपों को भी खारिज किया गया है।
शुभम की फेसबुक पोस्ट का महत्व
एक अधिकारी ने बताया, शुरुआत में हमें सिद्दीकी के बेटे जीशान द्वारा लगाए गए एसआरए के आरोप से हत्या को जोड़ने के लिए कोई सबूत नहीं मिला। हालांकि, शुभम लोनकर के सोशल मीडिया पर की गई पोस्ट को ही हम हत्या से जोड़ने का आधार मान रहे हैं। शुभम ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा था, सलमान खान, हम कभी भी यह युद्ध नहीं चाहते थे, लेकिन आपने हमारे भाई को नुकसान पहुंचाया। आज हम जरूर जवाब देंगे, हालांकि हमने पहले हमला नहीं किया था।