महासमुंद। जिला मुख्यालय से 16 किलोमीटर दूर ग्राम गढ़सिवनी में बड़ी संख्या में लोग डायरिया से ग्रसित हो गए हैं। यहां दूषित पानी पीने से डायरिया के फैलने की बात सामने आयी है। प्रभावितों में से 10 गंभीर मरीजों को मेडिकल कॉलेज में इलाज जारी है। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीम ग्राम गढ़सिवनी में कैंप लगाकर लोगों के उपचार में जुटी हुई है।
कैंप लगाकर किया मरीजों का उपचार
स्वास्थ्य अमले ने ग्राम गढ़सिवनी में कैंप लगाकर बीमारों का स्वास्थ्य परिक्षण किया। इनमे से 45 लोग डायरिया से ग्रसित पाए गए। CMHO के मुताबिक फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन यहां 2-4 मरीज रोजाना निकल रहे हैं। जिन्हें आवश्यक दवाएं देकर उपचार किया जा रहा है। पीएचई विभाग की टीम ने ग्राम के 3-4 स्थानों के जल स्त्रोतों का सेंपल ले लिया है, जिसकी रिपोर्ट 1-2 दिनों में आ जाएगी।
पूर्व विधायक एवं भाजपा प्रदेश संयोजक चिकित्सा प्रकोष्ठ डॉ.विमल चोपड़ा ने जिला चिकित्सालय पहुंचकर मरीजों से भेंट किया और उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली।
अब तक 60 लोग डायरिया पीड़ित मिले
बता दें कि ग्राम गढ़सिवनी में आंत्रशोथ, गैस्ट्रोएंट्राइटिस उल्टी-दस्त की बीमारी का प्रकोप मिला है। जिसके चलते गांव के लगभग 60 लोग बीमार हो चुके हैं। जिनमें 30 लोगों को तुमगांव उप स्वास्थ्य केंद्र और महासमुंद के जिला चिकित्सालय में भर्ती किया गया है। बाकी लोगों का गांव में ही उपचार चल रहा है।
CMHO ने दी ये जानकारी
सीएमएचओ डॉ. पी.कुदेशिया ने बताया कि 3 दिन पूर्व ही ग्राम के कुछ युवकों को पेट दर्द तथा दस्त-उल्टी शुरु हुई। मरीज अस्पताल पहुंचे। सभी का उपचार समय पर शुरू किया ही गया था कि शाम तक 10 से 12 और पहुंच गए। देखते ही देखते पिछले 3 दिनों में मरीजों की संख्या 45 प्लस हो गई। विभाग को जब इसकी सूचना मिली तो ग्राम में चिकित्सकों की टीम भेजी गई। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है। गढ़सिवनी में दूषित पानी की वजह से डायरिया फैला हुआ था। पानी की जांच कराने के बाद क्लोरिफिकेशन किया गया। स्थिति अब नियंत्रण में है।