नई दिल्ली। भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के मामले बढ़ रहे हैं। अब तक देश के छह राज्यों में कुल 12 मामले सामने आए हैं। गुरुवार, 10 जनवरी को तीन नए मामलों की पुष्टि हुई। इनमें उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 60 वर्षीय महिला, गुजरात के अहमदाबाद में 80 वर्षीय बुजुर्ग और हिम्मतनगर में सात साल का बच्चा शामिल हैं। महाराष्ट्र और गुजरात में अब तक 3-3, कर्नाटक और तमिलनाडु में 2-2, जबकि पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश में 1-1 मामले दर्ज किए गए हैं।

राज्यों में HMPV के मामले

राज्यमामले की संख्या
महाराष्ट्र3
गुजरात3
कर्नाटक2
तमिलनाडु2
पश्चिम बंगाल1
उत्तर प्रदेश1

HMPV क्या है और यह कैसे फैलता है?

HMPV एक RNA वायरस है, जो इंसानों के श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। संक्रमितों में बुखार, खांसी, गले में खराश और सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षण देखे जाते हैं। यह वायरस खांसी, छींक या दूषित सतह के संपर्क से फैलता है। छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह वायरस अधिक खतरनाक हो सकता है। WHO के अनुसार, HMPV को 2001 में पहली बार पहचाना गया था। यह कोरोना वायरस की तरह तेजी से नहीं फैलता, लेकिन ठंड के मौसम में इसके मामले बढ़ जाते हैं।

AIIMS के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने बताया कि HMPV नया वायरस नहीं है और इसका इलाज एंटीबायोटिक्स से संभव नहीं है। ज्यादातर मरीज स्वतः ठीक हो जाते हैं। कोविडRx एक्सचेंज के फाउंडर डॉ. शशांक हेडा ने कहा कि इससे घबराने की जरूरत नहीं है। यह सामान्य संक्रमण जैसा है। ठंड के मौसम में मामलों में वृद्धि हो सकती है। विशेषज्ञों ने मास्क पहनने और भीड़ से बचने की सलाह दी है।

केंद्र सरकार ने राज्यों को सतर्कता बढ़ाने का निर्देश दिया है। ‘इन्फ्लूएंजा लाइक इलनेस’ और ‘सीवियर एक्यूट रेस्पिरेटरी इश्यूज’ की निगरानी तेज की जा रही है। ICMR और IDSP द्वारा मामलों पर नजर रखी जा रही है। टेस्टिंग लैब्स की संख्या बढ़ाई जा रही है। WHO ने भी स्थिति पर निगरानी रखने की बात कही है।

बचाव के उपाय

  • मास्क पहनें और भीड़भाड़ से बचें।
  • हाथों की साफ-सफाई का ध्यान रखें।
  • पौष्टिक आहार और पर्याप्त पानी का सेवन करें।
  • लक्षण दिखाई देने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।