रायपुर। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस को उस समय बड़ा झटका लगा जब उपाध्यक्ष पीआर खुंटे ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। खुंटे ने कांग्रेस पर जनता की उम्मीदों को पूरा न कर पाने का आरोप लगाया और पार्टी की नीतियों की कड़ी आलोचना की।

पूर्व विधायक और सांसद रह चुके खुंटे ने कहा कि जिस मकसद से छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ था, वह आज भी अधूरा है। सतनामी समाज के प्रमुख नेता रहे खुंटे को कांग्रेस में अनुसूचित जाति विभाग का अध्यक्ष भी बनाया गया था।

खुंटे ने अपने अगले राजनीतिक कदम के बारे में स्पष्ट तो कुछ नहीं कहा, लेकिन यह जरूर संकेत दिया कि वे नई पार्टी बनाने, भाजपा में शामिल होने या किसी अन्य दल का हिस्सा बनने पर जल्द फैसला करेंगे।

गौरतलब है कि खुंटे जोगी शासनकाल में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए थे और कुछ समय तक जोगी खेमे के करीबी माने जाते थे। बाद में उन्होंने जोगी गुट से भी दूरी बना ली थी। विधायक खरीद-फरोख्त मामले में उनका नाम भी उछला था।