0 भाजपा ने प्रदर्शन के दौरान पीड़िता की पहचान उजागर करने का लगाया आरोप

रायपुर। कमल विहार इलाके में पिछले दिनों एक युवती की लाश मिली थी, जिसकी पहचान राजधानी के कोटा निवासी एक 19 वर्षीय युवती के रूप में हुई। पूर्व विधायक विकास उपाध्याय ने इसे दिल्ली निर्भया कांड के जैसा अपराध बताते हुए उसे इंसाफ दिलाने के लिए आज आमानाका स्थित पं. रविशंकर शुक्ल यूनिवर्सिटी गेट के पास एक दिवसीय धरना प्रदर्शन कर छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी की सरकार का विरोध किया गया। इस दौरान क्षेत्र की महिलाओं सहित कोटा, कुकुरबेड़ा, महोबा बाजार के निवासियों और कांग्रेसजनों ने चक्का जाम भी किया।
इस मौके पर विकास उपाध्याय ने कहा कि जिस प्रकार 16 दिसम्बर 2012 को दिल्ली में दरिंदों ने निर्भया के साथ हैवानियत की थी, ठीक उसी प्रकार पिछले दिनों दरिंदों ने क्षेत्र की बेटी से दरिंदगी कर उसकी हत्या कर दी, इतना ही नहीं हत्या के बाद डेड बॉडी को निवास क्षेत्र से बहुत दूर कमल विहार की झाड़ियों में ले जाकर फेंक दिया। युवती की गला घोंटकर हत्या का खुलासा हुआ है और हत्या से पहले रेप की भी आशंका जताई जा रही है।
विकास उपाध्याय ने आरोप लाया कि इस प्रकार के मामले छत्तीसगढ़ में आये दिन बढ़ते ही जा रहे हैं और बीजेपी शासन के आने के बाद से बढ़ते अपराध में बहन, बेटियां असुरक्षित हो रही हैं। उपाध्याय ने बीजेपी की साय सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि वे यदि छत्तीसगढ़ महतारी का सम्मान एवं छत्तीसगढ़ की बहन, बेटियों की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं तो मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दें। इलाके के लोगों ने इस प्रदर्शन के जरिये मृतका युवती को न्याय दिलाने की गुहार लगाई, साथ ही मृतका के परिवार को मुआवजा प्रदान करने की भी मांग उठाई।
भाजपा ने पीड़िता की पहचान उजागर करने की आलोचना की
दरअसल इस प्रदर्शन के दौरान महिलाएं मृत युवती की तस्वीर हाथ में लिए हुए घटना का विरोध कर रही थीं। भारतीय जनता पार्टी ने इसे मुद्दा बनाते हुए पूर्व विधायक विकास उपाध्याय पर निशाना साधा। भाजपा नेता केदार गुप्ता ने कहा कि प्रदेश में होने वाली किसी भी घटना को सरकार गंभीरता से लेती है। कांग्रेस द्वारा केवल सरकार का विरोध करने के नाम पर यह प्रदर्शन किया गया। इस दौरान पीड़िता की पहचान उजागर कर दी गई जो सर्वथा अनुचित है।