टीआरपी डेस्क। कवर्धा के भोरमदेव स्थित एक रिसॉर्ट में IPS अधिकारियों और एक रसूखदार बिजनेसमैन के बीच विवाद हुआ और मामला हाथापाई तक पहुंच गया। गृहमंत्री विजय शर्मा का गृह जिला होने की वजह से IG दीपक झा पूरे मामले की जांच कर रहे हैं।

सूत्रों के अनुसार, गृहमंत्री का जिला होने के साथ मामला IPS अधिकारियों और बड़े बिजनेसमैन से जुड़ा हुआ है। कुछ पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए क्योंकि ऐसी घटनाओं से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगता है।

पुलिस मुख्यालय की ओर से संदेश मिलने पर IG दीपक झा ने रिसॉर्ट में हुए विवाद की जांच शुरू कर दी है। मुख्यालय ने उनसे कुछ अहम बिंदुओं पर जांच करने कहा है, जिसमें मुख्यतः यह है कि क्या दोनों पक्ष शराब के नशे में थे? विवाद क्यों हुआ, कैसे शुरू हुआ? विवाद हुआ तो एफआईआर क्यों नहीं हुई? बिना किसी कार्रवाई के आरोपी को क्यों छोड़ दिया गया? विवाद के समय कवर्धा एसपी रिसॉर्ट में क्या कर रहे थे?

खबर है कि IG की जांच में चौंकाने वाली बातें सामने आई है। वे मुख्यालय में पूरी रिपोर्ट सौंपेंगे और वहीं से तय होगा कि आगे क्या कार्रवाई होगी।

बता दें कि 14 जनवरी की रात भोरमदेव के एक रिसोर्ट में राजधानी का रसूखदार बिजनेसमैन का बेटा परिवार समेत पहुंचा था। इस दौरान कुछ IPS अधिकारी पार्टी करने वहां पहुंचे थे। रिसॉर्ट में हुए विवाद का पूरा वीडियो सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गया और जिसमें एसपी की मौजूदगी देखी गई।

रिसॉर्ट में VIP मेहमानों के लिए गजल संध्या का आयोजन किया गया था और विवाद भी गजल की फरमाइश को लेकर होने की खबर है। विवाद और बढ़ा क्योंकि IPS अधिकारी भी बीच में कूद गए। कहा जाता है कि दोनों पक्ष शराब के नशे में धुत थे।

घटना की सूचना मिलने पर कवर्धा पुलिस रिसॉर्ट पहुंची और कारोबारी को आधी रात भोरमदेव थाना ले गई। एसपी भी साथ थे लेकिन जब सभी थाने पहुंचे तो वहां ताला लटका मिला, जिसके चलते एक मुंशी को सस्पेंड कर दिया गया। वहीं, आधी एक प्रभावशाली राजनेता का फोन आया और बिना कोई केस बनाए कारोबारी को छोड़ दिया गया।

पुलिस ने कार्रवाई नहीं की और दोनों पक्षों में यह समझौता हुआ कि जो हुआ, हो गया लेकिन यह बात लीक नहीं होनी चाहिए। पुलिस कोई कार्रवाई नहीं करेगी और न ही कारोबारी कोई पहल करेगा। हालांकि, इस घटना से पुलिस की छवि खराब हुई और मुख्यालय ने बिना देर किए जांच के आदेश दे दिया।