राजनांदगांव। नगरीय निकाय चुनाव में नामांकन की स्क्रूटनी में भाजपा और कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। भाजपा की अधिकृत उम्मीदवार और पार्टी के समर्थन में निर्दलीय पर्चा भरने वाले दो अभ्यर्थियों के नामांकन को प्रशासन ने अलग-अलग वजहों से रद्द कर दिया है। जबकि वार्ड नं. 49 में कांग्रेस अभ्यर्थी का भी नामांकन निरस्त किया गया।

प्रत्याशी के जाति प्रमाण पत्र में नाम अलग
मिली जानकारी के मुताबिक स्क्रूटनी के दौरान भाजपा की वार्ड क्र. 31 से अधिकृत प्रत्याशी सोनिया सोनकर के नामांकन को प्रशासन ने अमान्य कर दिया है। वजह यह है कि सोनिया सोनकर द्वारा संलग्न जाति प्रमाण पत्र में दुलारीबाई सोनकर पिता मनोहरलाल सोनकर का नाम दर्ज है। जबकि अभ्यर्थी का नाम सभी दस्तावेजों में सोनिया सोनकर है। सोनिया सोनकर और दुलारीबाई एक ही व्यक्ति होने के संबंध में कोई दस्तावेज पेश नहीं किया गया। इससे प्रमाणित नहीं हो पाया कि सोनिया सोनकर और दुलारीबाई सोनकर एक ही व्यक्ति का नाम है, इसलिए नाम-निर्देशन पत्र को निरस्त कर दिया गया।
निर्दलीय प्रत्याशी का जाति प्रमाण पत्र दूसरे राज्य का
वार्ड नं. 31 की ही निर्दलीय प्रत्याशी ओमेश्वरी जंघेल का भी नामांकन निरस्त किया गया है। निर्वाचन अधिकारियों ने जंघेल द्वारा संलग्न जाति प्रमाण पत्र की जांच की। जिसमें पाया गया कि उक्त जाति प्रमाण पत्र अन्य राज्य से जारी किया गया है, जो कि छत्तीसगढ़ में अमान्य है। वार्ड क्र. 31 पिछड़ा महिला वर्ग हेतु आरक्षित है।
कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन निरस्त
उधर वार्ड नं. 49 से कांग्रेस से नामांकन दाखिल करने वाले कोमल निषाद का नामांकन विधिमान्य नहीं पाया गया। निर्वाचन आयोग की प्रेक्षक श्रीमती जयश्री जैन, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर अग्रवाल की उपस्थिति में रिर्टनिंग आफिसर खेमलाल वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि महापौर पद हेतु 13 एवं पार्षद पद हेतु 233 अभ्यर्थियों के नाम-निर्देशन पत्रों की जांच की गई है। जिसमें 3 लोगों का नामांकन रद्द किया गया है।