Budget 2025: संसद का बजट सत्र 2025 आज, 31 जनवरी से प्रारंभ हो गया। सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया से बातचीत के दौरान मां लक्ष्मी का स्मरण किया और देश के गरीब एवं मध्यम वर्ग के कल्याण के लिए विशेष प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि भारत की परंपरा रही है कि ऐसे महत्वपूर्ण अवसरों पर समृद्धि की देवी का आह्वान किया जाता है। उन्होंने इस बजट को विकसित भारत की दिशा में नई उम्मीदों और विश्वास को बल देने वाला बताया।

प्रधानमंत्री मोदी ने जनता द्वारा तीसरी बार उन्हें सौंपी गई जिम्मेदारी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए “नारी शक्ति” के गौरव को और सशक्त करने का संकल्प लिया। उन्होंने इस बजट सत्र को देश के लोकतांत्रिक मूल्यों को और मजबूत करने वाला बताते हुए कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के लिए सरकार अपने नए संकल्पों को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ेगी।

बजट सत्र में अहम निर्णयों की तैयारी

पीएम मोदी ने कहा कि यह बजट सत्र कई ऐतिहासिक फैसलों का गवाह बनेगा। देश के आर्थिक और सामाजिक विकास को गति देने के लिए विभिन्न विधेयकों पर चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि सरकार “इनोवेशन, समावेशन और निवेश” के तीन प्रमुख स्तंभों के आधार पर आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ा रही है। मिशन मोड में कार्यरत सरकार समग्र विकास को अपनी प्राथमिकता बना रही है।

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी आठवां बजट

इस बार वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण लगातार आठवीं बार बजट पेश करेंगी, जो एक ऐतिहासिक अवसर है। इससे पहले, पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पांच बजट पेश किए थे। बजट सत्र के पहले दिन आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुत किया जाएगा, जिसमें सरकार की आर्थिक दिशा और भविष्य की योजनाओं का विस्तृत खाका प्रस्तुत किया जाएगा।

पीएम मोदी ने कहा कि सरकार तीसरे कार्यकाल में भी मिशन मोड में कार्य कर रही है। उन्होंने 2047 के लक्ष्य को दोहराते हुए कहा कि भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए 140 करोड़ भारतीय मिलकर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने देश के भौगोलिक, सामाजिक और आर्थिक विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आश्वासन दिया और कहा कि यह बजट भारत को एक आत्मनिर्भर और सशक्त राष्ट्र बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगा।