Budget Session 2025: संसद का बजट सत्र अपने चौथे दिन (4 फरवरी) में प्रवेश कर चुका है। आज शाम 5 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर अपना जवाब देंगे। इस दौरान वे सरकार की नीतियों, उपलब्धियों और विपक्ष की आलोचनाओं पर अपनी प्रतिक्रिया देंगे। खास बात यह है कि कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और निर्दलीय सांसद पप्पू यादव के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव लाने की तैयारी भी की जा रही है, जिससे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस होने की संभावना है।

सोनिया गांधी और पप्पू यादव पर विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव की तैयारी

भाजपा सांसदों ने 3 फरवरी को सोनिया गांधी और पप्पू यादव के खिलाफ विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव का नोटिस दिया। इन दोनों नेताओं पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी करने का आरोप है। सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति को ‘बेचारी’ कहा था, जबकि पप्पू यादव ने उन्हें ‘रबर स्टैंप’ और ‘लव लेटर पढ़ने वाली’ बताया था। भाजपा ने इसे राष्ट्रपति का अपमान करार देते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। अगर प्रस्ताव सदन में पेश होता है, तो संसद में भारी हंगामे की स्थिति बन सकती है।

अब तक के सत्र में क्या हुआ?

बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हुआ और अब तक कई प्रमुख बहसें हो चुकी हैं:

  • 3 फरवरी को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ‘मेक इन इंडिया’ योजना को असफल करार दिया।
  • राज्यसभा में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने महाकुंभ में भगदड़ से हजारों मौतों का दावा किया, जिसे उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने वापस लेने को कहा।
  • लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक पर संयुक्त समिति की रिपोर्ट पेश करने की योजना थी, लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया।

बजट सत्र में पेश होने वाले विधेयक

बजट सत्र का पहला चरण 13 फरवरी तक और दूसरा चरण 10 मार्च से 14 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान सरकार 16 विधेयक पेश करने की योजना बना रही है, जिनमें से 12 विधेयक पहले भी चर्चा के लिए रखे गए थे। विपक्ष सरकार पर विधेयकों को जल्दबाजी में पास कराने का आरोप लगा रहा है, जबकि सत्ता पक्ष इसे विकास कार्यों के लिए जरूरी बता रहा है।

बजट पर पक्ष-विपक्ष की प्रतिक्रिया

1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ₹50.65 लाख करोड़ का केंद्रीय बजट पेश किया।

  • नौकरीपेशा लोगों के लिए ₹12.75 लाख और अन्य करदाताओं के लिए ₹12 लाख तक की आय टैक्स फ्री घोषित की गई।
  • इलेक्ट्रिक कार, मोबाइल और LED सस्ते करने की घोषणा हुई।
  • प्रधानमंत्री मोदी ने बजट को आम जनता के लिए फायदेमंद बताया, जबकि विपक्ष ने इसे निराशाजनक करार दिया।
  • दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बजट को अमीरों के लिए फायदेमंद बताया।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर विवाद क्यों?

31 जनवरी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने ‘सबका साथ, सबका विकास’ नीति और 25 करोड़ लोगों के गरीबी रेखा से ऊपर उठने का जिक्र किया। विपक्ष ने इस भाषण को सरकार का प्रचार बताते हुए औपचारिकता करार दिया। अब प्रधानमंत्री मोदी अपने जवाब में विपक्ष के आरोपों का करारा जवाब देंगे, जिस पर पूरे देश की नजरें टिकी हुई हैं।