Delhi Assembly Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार भले ही खत्म हो गया हो, लेकिन राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। कालकाजी सीट से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार और मुख्यमंत्री आतिशी ने बीजेपी प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी के बेटे और भतीजों पर आचार संहिता के उल्लंघन और धमकाने का आरोप लगाया है। वहीं, बिधूड़ी ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए इसे हार की बौखलाहट करार दिया है।

क्या है पूरा मामला?

सोमवार रात को सीएम आतिशी ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने एक युवक की फोटो शेयर करते हुए दावा किया कि वह रमेश बिधूड़ी के भतीजे मनीष बिधूड़ी हैं और आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए कालकाजी में घूम रहे हैं, जबकि वे इस विधानसभा क्षेत्र के मतदाता नहीं हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि प्रशासन इस पर कार्रवाई करेगा।

इसके बाद आतिशी ने एक और ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने कहा कि मनीष बिधूड़ी रमेश बिधूड़ी के भतीजे नहीं, बल्कि उनके बेटे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मनीष बिधूड़ी अपने समर्थकों के साथ मिलकर लोगों को धमका रहे हैं और पुलिस ने उनकी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए उन्हें हिरासत में लिया है।

रमेश बिधूड़ी का पलटवार

बीजेपी नेता रमेश बिधूड़ी ने आतिशी के आरोपों को खारिज करते हुए ट्वीट कर कहा कि वह हार की बौखलाहट में बिना किसी आधार के बयानबाजी कर रही हैं। उन्होंने कहा, “आतिशी, केजरीवाल की तरह बौखलाहट में कुछ भी मत कहिए और संवैधानिक पद की गरिमा को ठेस न पहुंचाइए।”

बिधूड़ी ने कहा कि उनके दो बेटे हैं, बड़ा बेटा दिल्ली हाई कोर्ट में एडवोकेट है। छोटा बेटा एक मल्टीनेशनल कंपनी में वाइस प्रेसिडेंट के रूप में विदेश में कार्यरत है।

उन्होंने आरोप लगाया कि आतिशी पहले भी लाइव आकर एक गलत फोटो दिखाकर उसे मनीष बिधूड़ी बता चुकी हैं और अब फिर से किसी और को उनके बेटे के रूप में पेश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि अब प्रचार खत्म हो चुका है और जनता को फैसला करने देना चाहिए।
कालकाजी सीट पर कड़ा मुकाबला

दिल्ली की कालकाजी विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी की आतिशी, बीजेपी के रमेश बिधूड़ी और कांग्रेस की अलका लांबा के बीच कड़ा मुकाबला है। इस सीट पर कुल 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, लेकिन मुख्य मुकाबला आतिशी और बिधूड़ी के बीच माना जा रहा है। चुनावी गरमाहट के बीच दोनों नेता लगातार एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं, जिससे यह सीट और भी दिलचस्प हो गई है।