बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में संजीवनी 108 आपातकालीन सेवा के वाहनों की दयनीय स्थिति पर हाईकोर्ट ने जनहित याचिका के तहत स्वतः संज्ञान लिया है। चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा और न्यायाधीश रविंद्र कुमार अग्रवाल की डिवीजन बेंच ने इस मामले की सुनवाई करते 108 एम्बुलेंस सेवा की बदतर हालत को लेकर नाराजगी जताई। अदालत ने इस संबंध में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सचिव से जवाब तलब किया है।

जस्टिस ने सुविधाओं की मांगी जानकारी

हाईकोर्ट ने पूरे राज्य में संचालित 108 एम्बुलेंस वाहनों की मौजूदा स्थिति को लेकर विभागीय सचिव को नोटिस जारी कर किया है। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने अतिरिक्त महाधिवक्ता यशवंत ठाकुर से यह जानकारी मांगी कि राज्य में आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए अत्याधुनिक तकनीकों से लैस कितनी एम्बुलेंस उपलब्ध हैं। मामले की अगली सुनवाई 14 फरवरी को निर्धारित की गई है।