रायपुर। छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को बदतर हालत में पहुंचाने वाले तथाकथित ‘गुरुजनों’ पर शासन ने अपनी नजरें टेढ़ी कर दी हैं। प्रदेश में दुराचारी शिक्षकों को अब तक सस्पेंड किया जाता रहा है, मगर अब इन्हे बाहर रास्ता दिखाया जा रहा है। ऐसे ही अध्यापन के अपने मू

जेल से लौटकर आया, फिर भी नहीं सुधरी आदत

शासन ने बड़ी कार्यवाही करते हुए एक शिक्षक को बर्खास्त कर दिया है। छात्राओं से अश्लील हरकत के मामले में शिक्षा विभाग की तरफ से यह बड़ी कार्रवाई हुई है। दरअसल शिक्षक कमलेश साहू पर छात्राओं से अश्लील हरकत और मैसेज भेजने सहित बेड टच करने का भी गंभीर आरोप था।

आरोपी शिक्षक बिल्हा ब्लॉक के गोंदईया मिडिल स्कूल में पदस्थ था। पहले भी वह छात्राओं से अश्लील हरकत की शिकायत पर जेल जा चुका था। 2024 में 6 छात्राओं ने शिकायत की थी। अदालत ने सबूतों के अभाव में शिक्षक को दोषमुक्त किया था। फिर भी वह नहीं सुधरा।

शिक्षक ने एक बार फिर अपनी हरकतें शुरू कर दीं। उसके द्वारा छात्राओं से अश्लील हरकतें करने और उन्हें गंदे मैसेज भेजने की जांच में शिक्षक के खिलाफ तमाम शिकायत में सही पाई गई थी। इसके बाद शिक्षा विभाग की तरफ से रिपोर्ट संयुक्त संचालक को भेजी गई। अब संयुक्त संचालक बिलासपुर ने कमलेश साहू को सेवा से बर्खास्त कर दिया है।

नेटवर्क मार्केट में हो रही मोटी कमाई, भाड़ में जाये पढ़ाई…

छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में शिक्षक अध्यापन के अपने मूल काम को दरकिनार कर नेटवर्क मार्केटिंग का काम कर रहे हैं। ऐसे शिक्षक बच्चों की बजाय अपना भविष्य सुधार रहे हैं। स्कूल से अनुपस्थित रहकर नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी हर्बल लाइफ सहित अन्य प्रोडक्ट के प्रचार–प्रसार में जुड़े एक प्रधान पाठक और सहायक शिक्षक को जांच में पुष्टि होने के बाद डीईओ ने निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही दोनों के खिलाफ भी विभागीय जांच के निर्देश भी दिए गए हैं।

महीनों-सालों से स्कूल से नदारद हैं शिक्षक

रायगढ़ जिले में बड़ी संख्या में शिक्षक नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी से जुड़कर काम कर रहे हैं। ऐसे ही कुछ शिक्षकों ने स्कूलों को चिड़ियाघर बताते हुए अब मालिक बनने की इच्छा जताते हुए नौकरी से त्यागपत्र सौंप दिया। यह मामला ख़बरों में सुर्खियां बनने पर शिक्षा विभाग की आंखें खुली और ऐसे शिक्षकों की जांच शुरू कर दी गई। प्रदेश भर में ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है।

इसी कड़ी में नेटवर्क मार्केटिंग हर्बल लाइफ का प्रचार करने वाले प्रधान पाठक और शिक्षक को निलंबित किया गया है। प्रधान पाठक और शिक्षक स्कूल जाना छोड़ नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी हर्बल लाइफ का प्रचार करते थे। जांच में इस बात की पुष्टि हुई कि स्कूल से एक शिक्षक दो साल से और एक शिक्षक एक साल से स्कूल नहीं आ रहे हैं। लंबे समय से अनुपस्थित शिक्षक नेटवर्क मार्केटिंग का काम कर रहे हैं। जिसके बाद उन्हें निलंबित करने के साथ ही उनके खिलाफ विभागीय जांच बैठाई गई है।

इस तरह नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों का प्रचार करने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उधर लंबे समय से पढ़ाना छोड़ स्कूल से अनुपस्थित रहकर हर्बल लाइफ नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी का प्रचार करने वाले बरमकेला विकासखंड के एक प्रधान पाठक और सहायक शिक्षक को जिला शिक्षा अधिकारी ने निलंबित कर इनके खिलाफ विभागीय जांच के निर्देश दिए गए है।

DPI ने मंगाई ये जानकारी

लोक शिक्षण संचालनालय ने शैक्षणिक कार्य के अलावा नेटवर्क मार्केटिंग वाले हर्बल लाइफ और अन्य कंपनियों का काम करने वाले शिक्षकों की जानकारी प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारी से मांगी थी और उन पर कार्यवाही के निर्देश दिए थे। जिला शिक्षा अधिकारी सारंगढ़ बिलाईगढ़ एलपी पटेल ने जिले के तीनों विकासखंडों के बीईओ को पत्र लिखकर नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों का प्रचार करने वाले शिक्षकों की पहचान कर उन्हें चिन्हित करने का निर्देश दिया था। बीईओ द्वारा जब जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि कुछ शिक्षक स्कूल आना और अध्यापन कार्य करवाना बंद कर दिए हैं। इनके संदर्भ में जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि स्कूल से अनुपस्थित रहकर यह शिक्षक नेटवर्क मार्केटिंग कंपनियों का प्रचार कर रहे हैं। जिसके बाद इनके खिलाफ कार्यवाही की गई।

जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार बरमकेला विकासखंड के शासकीय प्राथमिक शाला बेंद्रापारा के प्रधान पाठक आत्माराम चौहान 11 अप्रैल 2023 से बिना किसी पूर्व सूचना के स्कूल से अनुपस्थित हैं। इसी तरह बरमकेला विकासखंड के ही शासकीय प्राथमिक शाला दानीघाट में पदस्थ सहायक शिक्षक महादेव भूमिजन 16 जनवरी 2024 से बिना किसी पूर्व सूचना या वैधानिक रूप से अवकाश स्वीकृत करवाएं बिना स्कूल आना बंद कर दिए है।

डीईओ ने जब बीईओ से जांच करवाई गई तो पता चला कि स्कूल से अनुपस्थित के दौरान दोनों शिक्षक हर्बल लाइफ नेटवर्क मार्केटिंग कंपनी से जुड़कर इनका प्रचार करने का कार्य कर रहे। खंड शिक्षा अधिकारी बरमकेला नरेंद्र जांगड़ा ने अपने जांच प्रतिवेदन में इसकी पुष्टि की। इसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी एलपी पटेल ने दोनों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। निलंबन अवधि में दोनों का मुख्यालय बीईओ कार्यालय बरमकेला नियत किया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी एलपी पटेल ने दोनों शिक्षकों के खिलाफ विभागीय जांच का भी निर्देश देते हुए बरमकेला बीईओ नरेंद्र जांगड़े ने एक जांच टीम का गठन भी किया है।