रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वार्षिक कार्यक्रम परीक्षा पे चर्चा में छत्तीसगढ़ के 9 बच्चों ने हिस्सा लिया और अपने सवाल पूछे। रायपुर की छात्रा युक्तामुखी साहू ने पीएम मोदी से सवाल किया कि छोटी-छोटी जीत से खुश रहना कैसे सीखें और नकारात्मकता से कैसे बचें? पीएम मोदी ने उनके सवाल का सहजता से जवाब दिया। युक्तामुखी ने कहा कि सोशल मीडिया से दूरी बनाकर पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित किया जा सकता है।

इस कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि परीक्षा पे चर्चा का यह आठवां संस्करण था, जिसमें प्रधानमंत्री ने देशभर के 5 करोड़ बच्चों को मार्गदर्शन दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को परीक्षा के भय से मुक्त होकर आत्मविश्वास के साथ परीक्षा देने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने यह भी कहा कि परीक्षा के दौरान अभिभावकों का दबाव कई बार बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव डालता है, जिससे कई बच्चे अवसाद में चले जाते हैं। प्रधानमंत्री ने न केवल छात्रों बल्कि उनके माता-पिता को भी सकारात्मक सोच अपनाने की सलाह दी।
निकाय चुनावों में बीजेपी की जीत का दावा
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने निकाय चुनावों को लेकर भी अपनी राय रखी। उन्होंने कहा कि आगामी निकाय चुनावों में भाजपा को जबरदस्त सफलता मिलेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि विधानसभा और लोकसभा चुनावों की तरह ही निकाय चुनावों में भी भाजपा की जीत तय है।
उन्होंने कहा, हमारी सरकार ने एक साल में निकायों के विकास के लिए 7000 करोड़ रुपये की योजनाओं को स्वीकृति दी है। जनता का हमें भरपूर समर्थन मिल रहा है। कांग्रेस को लोग वोट देने वाले नहीं हैं, क्योंकि जनता समझ चुकी है कि कांग्रेस जो कहती है, वह करती नहीं। कांग्रेस पार्टी केवल छलावा करती है और जनता को गुमराह करती है।
सीएम ने साझा किए अपने स्कूली दिनों के अनुभव
परीक्षा पे चर्चा के बाद मुख्यमंत्री साय ने अपने छात्र जीवन के अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि वे विज्ञान वर्ग के छात्र थे और पढ़ाई में काफी तेज थे। उन्होंने कहा, जब मैं 10 साल का था, तब मेरे पिता का निधन हो गया। परिवार में सबसे बड़ा भाई होने के नाते मेरी जिम्मेदारी थी कि मैं अपने छोटे भाइयों की पढ़ाई और परिवार का ध्यान रखूं। मैं हमेशा क्लास में टॉप करता था और मेरी हैंडराइटिंग बहुत अच्छी थी, जिसे शिक्षक अन्य छात्रों को दिखाया करते थे।
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कभी नहीं लगा था कि वे विधायक, सांसद, प्रदेश अध्यक्ष या मुख्यमंत्री बनेंगे। उनका सपना सिर्फ अपनी पढ़ाई पूरी कर खेती-बाड़ी में परिवार का सहयोग करने का था।
छोटे भाइयों को दी बेहतर शिक्षा
मुख्यमंत्री साय ने बताया कि उन्होंने अपने छोटे भाइयों को अच्छी शिक्षा दिलाने के लिए मेहनत की। एक भाई ने रायपुर के इंजीनियरिंग कॉलेज से पढ़ाई की, जबकि दूसरे भाई ने लॉ की पढ़ाई पूरी की। उन्होंने कहा, मुझे कभी उम्मीद नहीं थी कि जीवन में मुझे इतना अच्छा अवसर मिलेगा और छत्तीसगढ़ महतारी की सेवा करने का सौभाग्य प्राप्त होगा।