0 उधर शराब घोटाले में आरोपी एपी त्रिपाठी को सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत, मगर अभी रहना होगा जेल में

रायपुर। छत्तीसगढ़ के हजारों करोड़ के शराब घोटाला मामले में रायपुर के पूर्व महापौर एजाज ढेबर से EOW दफ्तर में 6 घंटे पूछताछ चली। बाहर आकर ढेबर ने मीडिया से कहा कि कुछ लोगों के बारे में पूछताछ की गई है। मैंने जानकारी दे दी है। EOW जांच कर रही है, जांच में मेरा पूरा सहयोग रहेगा।
ढेबर ने अपनी सफाई में कहा कि मैं किसी भी मामले में इन्वॉल्व नहीं हूं। इससे पहले ना मैं किसी मामले में इन्वॉल्व था और ना कभी आगे रहूंगा। पूछताछ के दौरान EOW ने खाने और पानी के लिए पूछा, लेकिन मैंने अपने घर से खाना मंगवाकर खाया।
बताया जा रहा है कि एजाज ढेबर से परिवार से जुडी कंपनियों के बारे में पूछताछ की गई है। दरअसल EOW को बीते 4 सैलून में रायपुर में प्रॉपर्टी की खरीदी करनेवाली कंपनियों के डिटेल मिले हैं। इन कंपनियों में से कई में ढेबर परिवार के लोग पार्टनर बताए गए हैं। इसी की पुष्टि के लिए पूर्व मेयर एजाज़ को एजेंसी ने नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था।
बता दें कि शराब घोटाले में पूर्व महापौर एजाज ढेबर के बड़े भाई अनवर ढेबर को एजेंसियों ने मास्टरमाइंड बताया गया है। अनवर ढेबर फ़िलहाल रायपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं। EOW और प्रवर्तन निदेशालय की टीम मामले की जांच कर रही है।
त्रिपाठी को जमानत, मगर राहत नहीं
शराब घोटाला मामले के आरोपी अरुणपति त्रिपाठी को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। हालांकि उन्हें अभी भी जेल में ही रहना होगा। त्रिपाठी को ED के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिली है। हलांकि इसके बाद भी उन्हें जेल में ही रहना होगा।

दरअसल शराब घोटाले की जांच EOW की तरफ से भी की जा रही है। EOW की तरफ से दर्ज किए गए मामले में अभी अरुणपति त्रिपाठी को जमानत नहीं मिली है, लिहाजा उन्हें सुप्रीम कोर्ट से मिली जमानत के बावजूद जेल में ही रहना होगा।
अरुणपति त्रिपाठी पिछले 1 साल से ज्यादा समय से जेल में बंद हैं। बता दे कि शराब घोटाले को लेकर जांच लगातार जारी है। कई आरोपी अभी भी इस मामले में जेल में बंद हैं और कुछ से पूछताछ चल रही है।