0 कांकेर से पकड़े गए ब्रोकर से पूछताछ की है खबर

रायपुर। प्रदेश में फॉरेक्स ट्रेडिंग के नाम पर ठगी के दर्जनों मामले अब तक थानों में दर्ज हो चुके हैं। दरअसल लोग दलालों (ब्रोकर्स) के जरिये फॉरेन एक्सचेंज में रूपये इन्वेस्ट करते हैं, मगर जब उन्हें नुकसान होता है और रूपये वापस नहीं मिलते, तब संबंधितों के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज करा दिया जाता है। आलम ये है कि छत्तीसगढ़ में फॉरेक्स ट्रेडिंग करने वाले लगभग दो दर्जन ब्रोकर सक्रिय हैं, जिनके अधीन सैकड़ों की संख्या में सब ब्रोकर और इन्वेस्टर काम कर रहे हैं।

महादेव सट्टा ऐप से भी बड़ा खेल

छत्तीसगढ़ में महादेव एप्प की तरह अलग-अलग नाम से जिस तरह लुक-छिप कर सट्टे का कारोबार किया जा रहा है, उसी तरह फॉरेक्स ट्रेडिंग का काम भी चल रहा है। इसका खुलासा तब होता है, जब इस कारोबार में ठगी का शिकार कोई शख्स पुलिस की शरण में पहुंचता है।

भारत के शेयर मार्केट के मुकाबले ज्यादा लाभ

दरअसल देश में कोरोना काल के बाद शेयर मार्केट में उछाल आया तब से लोगों ने शेयर में अपने पैसे का इन्वेस्टमेंट शुरू कर दिया, इस बीच फॉरेक्स ट्रेडिंग की इंट्री हुई और इसमें कई गुना ज्यादा लाभ को देखते हुए लोगों का झुकाव फॉरेक्स की ओर हो गया है। आलम ये है कि ब्रोकर इन्हें 20 महीने में रकम दुगुना करके वापस करने की गारंटी दे रहे हैं। ऐसे में बड़ी संख्या में लोग ब्रोकर के जरिये फॉरेक्स ट्रेडिंग कर रहे हैं।

फॉरेक्स ट्रेडिंग वैध है या अवैध..?

दरअसल भारत सरकार में फॉरेक्स ट्रेडिंग क़ानूनी है, लेकिन इसमें शर्तें भी जुड़ी हुई है। सरकार ने चुनिंदा ब्रोकरों को फॉरेक्स ट्रेडिंग के लिए अधिकृत किया है और इसमें इन्वेस्टमेंट INR याने भारतीय रूपये के साथ अन्य मुद्रा में जोड़कर किया जा सकता है, लेकिन इसमें होने वाली दिक्क्तों के चलते भारत में लोग अमूमन डॉलर के जरिये फॉरेक्स ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं, जो कि गैरकानूनी है। कुल मिला कर यह कारोबार रूपये को डॉलर में बबदल कर इन्वेस्ट करने का चल रहा है और ज्यादा लाभ को देखते हुए लोग इसमें काफी रकम इन्वेस्ट करते हैं। चूंकि यह काम दो नंबर पर हो रहा है, इसलिए सरकार को इसके एवज में टैक्स नहीं मिलता, मतलब लाखों-करोड़ों रूपये के राजस्व का नुकसान।

चोरी छिपे चल रहा कारोबार

छत्तीसगढ़ में भी फॉरेक्स ट्रेडिंग का काम चोरी-छिपे चल रहा है। यहां VENTIGE, FTX, EXNESS, U -BIT, BOT BRO सहित अलग-अलग नाम से फॉरेक्स ट्रेडिंग का कारोबार है। ऐसा कि पुलिस और अन्य एजेंसियों को इसकी जानकारी नहीं है, बल्कि सच है कि पुलिस के भी कई अधिकारी ऊपर का पैसा फॉरेक्स ट्रेडिंग में इन्वेस्टमेंट करते हैं। चूंकि इसमें ज्यादा लाभ हो रहा है इसलिए लोग फ़िलहाल इस कारोबार में धड़ल्ले से पैसे लगा रहे हैं।

कांकेर में पकड़े गए ब्रोकर से हुआ खुलासा

पता चला है कि कांकेर जिले के पखांजूर में विनोद विश्वास नामक युवक द्वारा लोगों से रकम उसे फॉरेक्स ट्रेडिंग में इन्वेस्ट कराया जा रहा था। बताया जा रहा है कि इस ब्रोकर ने करोड़ों रूपये की मनी लॉन्ड्रिंग की है। उसके द्वारा फॉरेक्स ट्रेडिंग के जरिये लोगों को बीस महीने में डबल करने का प्रलोभन दिया जा रहा था। पता चला है कि इस युवक को पुलिस ने पकड़ कर पूछताछ की है, उससे कई खुलासे होने की जानकारी मिली है।

वैसे बता दें कि विनोद विश्वास जैसे कई ब्रोकर पूरे प्रदेश में फैले हुए हैं और लोगों से रूपये इन्वेस्ट करवा रहे हैं। गैरकानूनी तरीके से किये जा रहे इस कार्य पर फिलहाल कोई अंकुश लगता नजर नहीं आ रहा है। जानकारों का कहना है कि अगर पुलिस और दूसरी एजेंसियां इस मामले में गंभीरता से जांच करेंगी तो इसमें महादेव सट्टे से भी बड़े अवैध कारोबार का खुलासा हो सकता है।