टीआरपी डेस्क। दिल्ली में नई सरकार के गठन के बाद पहली कैबिनेट बैठक में आयुष्मान भारत योजना को लागू करने का फैसला लिया गया। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और उनके मंत्रिमंडल ने इस ऐतिहासिक निर्णय पर मुहर लगाई। साथ ही, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) की 14 रिपोर्ट्स आगामी विधानसभा सत्र में पेश करने की योजना बनाई गई।

हालांकि, महिला सम्मान योजना को लेकर राजनीति गर्मा गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान कहा था कि सरकार बनने के तुरंत बाद इस योजना को लागू किया जाएगा, जिसके तहत महिलाओं को ₹2500 प्रतिमाह मिलना था। लेकिन पहली कैबिनेट बैठक में इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया।

महिला सम्मान योजना पर चर्चा जारी

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने स्पष्ट किया कि योजना को लागू करने से पहले लाभार्थियों की श्रेणी और अन्य पहलुओं पर विस्तृत चर्चा की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह योजना महिलाओं के स्वास्थ्य, सुरक्षा और सशक्तिकरण से जुड़ी होगी, और इसे जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा।

‘आप’ ने भाजपा को घेरा

आम आदमी पार्टी (AAP) ने इस मुद्दे पर भाजपा सरकार को घेरते हुए आरोप लगाया कि वादा पूरा नहीं किया गया। आप नेता आतिशी ने कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि भाजपा ने पहली कैबिनेट बैठक में महिला सम्मान योजना लागू नहीं की। एक महिला मुख्यमंत्री ने दिल्ली की महिलाओं से किया वादा तोड़ दिया।”

AAP के आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से इस फैसले पर लगातार सवाल उठाए गए। एक वीडियो पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी के चुनावी भाषण के अंश दिखाए गए, जिसमें उन्होंने पहली कैबिनेट बैठक में योजना लागू करने की बात कही थी।

सोशल मीडिया पर घमासान

सोशल मीडिया पर भी यह मामला गर्माया रहा। कई यूजर्स ने AAP को पंजाब में किए गए वादों की याद दिलाई। एक यूजर ने लिखा, “पंजाब में महिलाओं को हर महीने ₹1000 देने का वादा किया गया था, लेकिन अब तक किसी को पैसा नहीं मिला। पहले अपने वादे पूरे करें, फिर दूसरों पर सवाल उठाएं।”