रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का बजट सत्र 24 फरवरी से शुरू होकर 21 मार्च तक चलेगा, जिसमें कुल 17 बैठकें आयोजित की जाएंगी। इस सत्र की शुरुआत राज्यपाल रमेन डेका के अभिभाषण से होगी, जिसमें सरकार की नीतियों, योजनाओं और आगामी एजेंडों के साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन का उल्लेख किया जाएगा। इस दौरान राज्य सरकार वित्तीय वर्ष 2025-26 का बजट पेश करेगी, जिसे वित्त मंत्री ओपी चौधरी 3 मार्च को विधानसभा में प्रस्तुत करेंगे। बजट पर विस्तृत चर्चा होगी और विभिन्न विभागों की वित्तीय आवश्यकताओं पर विचार किया जाएगा।

विधानसभा में इस सत्र के दौरान सत्तापक्ष और विपक्ष के विधायकों द्वारा कुल 2,367 सवाल उठाए जाएंगे, जिनमें अधिकतर सवाल ऑनलाइन माध्यम से किए गए हैं। इन सवालों में 1,220 तारांकित और 1,147 अतारांकित सवाल शामिल हैं। इसके अलावा, 112 ध्यानाकर्षण, 18 अशासकीय संकल्प और 12 शून्यकाल भी होंगे।

सत्र के पहले दिन, यानी 24 फरवरी को सभी विधायक निर्माणाधीन विधानसभा भवन का अवलोकन करेंगे। यह नया भवन आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और प्रदेश की विधायी गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित करने में मदद करेगा।

इस सत्र में राज्य सरकार का दूसरा बजट पेश किया जाएगा। इससे पहले, 9 फरवरी 2025 को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए साय सरकार ने अपना पहला बजट पेश किया था, जो 1 लाख 47 हजार 500 करोड़ रुपये का था, जो भूपेश सरकार के बजट से 22 प्रतिशत अधिक था।

सत्र के दौरान 27-28 फरवरी को राज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा, 3 मार्च को बजट पेश होगा, 4-5 मार्च को सामान्य चर्चा, 6-19 मार्च के बीच विभागवार चर्चा और 19 मार्च को विनियोग पर चर्चा होगी।