हार के बाद बोले थरूर, 1000 साथियों का साथ भी मेरे लिए सम्मानजनक

टीआरपी डेस्क। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और तिरुवनंतपुरम से चार बार के सांसद शशि थरूर और पार्टी नेतृत्व के बीच तनाव खुलकर सामने आने लगा है। हाल ही में राहुल गांधी से मुलाकात के बाद थरूर नाराज बताए जा रहे हैं। उन्होंने पार्टी में अपनी भूमिका को लेकर सवाल किया था, लेकिन राहुल गांधी की ओर से उन्हें कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला।

थरूर का बड़ा बयान, मेरे पास विकल्प खुले हैं

केरल कांग्रेस के हमलावर रुख के बीच शशि थरूर ने अब खुलकर अपनी बात रखनी शुरू कर दी है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, “अगर पार्टी को मेरी जरूरत नहीं है, तो मेरे पास और भी विकल्प हैं।” उनके इस बयान के बाद सियासी हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं।

मैं पार्टी के लिए उपलब्ध हूं- थरूर

थरूर ने हाल ही में एक अखबार में केरल की पिनाराई विजयन सरकार की सराहना की थी, साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका और फ्रांस यात्रा की भी तारीफ की थी। इन बयानों के चलते कांग्रेस नेतृत्व उनसे नाराज नजर आ रहा है। लेकिन इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में थरूर ने कहा, “मैं पार्टी के लिए उपलब्ध हूं, लेकिन अगर पार्टी को मेरी जरूरत नहीं, तो मेरे पास और भी रास्ते हैं।”

कांग्रेस के विरोधियों ने भी मुझे वोट दिया

थरूर का कहना है कि उनकी लोकप्रियता पार्टी से अधिक व्यक्तिगत अपील पर आधारित है। उन्होंने कहा, “तिरुवनंतपुरम में कई ऐसे लोग भी मुझे वोट देते हैं जो कांग्रेस के खिलाफ हैं। इससे साफ है कि लोगों को मेरा संवाद करने और व्यवहार करने का तरीका पसंद आता है।”

कांग्रेस को अपनी सीमाएं बढ़ानी होंगी

थरूर ने यह भी कहा कि केरल में कांग्रेस को पारंपरिक मतदाताओं से आगे बढ़कर नए समर्थकों को जोड़ने की जरूरत है। उन्होंने चेताया कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो पार्टी 2026 के विधानसभा चुनाव में लगातार तीसरी बार विपक्ष में बैठने को मजबूर होगी।

पीएम मोदी और केरल सरकार की तारीफ पर सफाई

पीएम मोदी और केरल सरकार की तारीफ करने के बाद उठे विवाद पर थरूर ने कहा, जब भी केरल और देश की भलाई की बात होती है, तो मैं निडर होकर अपने विचार रखता हूं। मैंने कभी संकीर्ण राजनीति नहीं की। मैं एक पारंपरिक नेता की तरह नहीं सोचता, इसलिए जब कोई अच्छी पहल होती है, तो उसकी सराहना करने से नहीं कतराता।