टीआरपी डेस्क। दिल्ली विधानसभा में गुरुवार को आबकारी नीति पर कैग (CAG) रिपोर्ट को लेकर चर्चा शुरू हुई। इस बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) की नेता आतिशी अपने विधायकों के साथ धरने पर बैठ गईं।

सदन से विपक्ष निलंबित, आतिशी का धरना
विधानसभा सत्र के तीसरे दिन सदन में भाजपा के सभी 21 विधायक अनुपस्थित रहे, क्योंकि उन्हें शुक्रवार तक के लिए निष्कासित कर दिया गया था। इस बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता विजय गोयल कार्यवाही देखने पहुंचे।
भाजपा विधायक सतीश उपाध्याय ने भगत सिंह और बाबा साहेब अंबेडकर की प्रतिमाओं से जुड़ा मुद्दा उठाया, जबकि विधायक मोहन सिंह ने मुस्तफाबाद में गंदे पानी की समस्या को सदन में रखा।
आप विधायकों को रोका गया, आतिशी का विरोध प्रदर्शन
आतिशी और अन्य आप विधायक गांधी प्रतिमा के नीचे धरने पर बैठ गए। उनका आरोप है कि विधानसभा अध्यक्ष के आदेश पर पुलिस उन्हें सदन में प्रवेश करने से रोक रही है। आतिशी ने इसे अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक करार देते हुए कहा कि उन्होंने स्पीकर से बात करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
भाजपा पर आतिशी का हमला
पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया पर भाजपा पर निशाना साधते हुए लिखा कि सत्ता में आते ही भाजपा ने तानाशाही की हदें पार कर दीं। उन्होंने आरोप लगाया कि सिर्फ ‘जय भीम’ का नारा लगाने पर AAP विधायकों को तीन दिन के लिए निलंबित कर दिया गया और अब उन्हें विधानसभा परिसर में भी घुसने नहीं दिया जा रहा। AAP ने भी इसे लोकतंत्र की हत्या बताया।
CAG रिपोर्ट पर भाजपा का पलटवार
भाजपा विधायक सतीश उपाध्याय ने CAG रिपोर्ट को लेकर कहा कि इसमें आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली की जनता के लिए आवंटित पैसा बेईमान लोगों की जेब में चला गया और AAP को 2000 करोड़ रुपये के राजस्व नुकसान पर जवाब देना होगा।
कांग्रेस ने की जांच की मांग
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने CAG रिपोर्ट में उठाए गए सवालों की गहन जांच की मांग की। उन्होंने इसे “लूट, झूठ और फूट” करार दिया और आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की आबकारी नीति ने दिल्ली सरकार को भारी नुकसान पहुंचाया।
शराब घोटाले पर सवाल
कांग्रेस और भाजपा दोनों ने सवाल उठाया कि दिल्ली में शराब के ठेके खोलने के लाइसेंस कैसे दिए गए? भाजपा ने तत्कालीन उपराज्यपाल की भूमिका पर भी सवाल उठाए और कहा कि इस घोटाले में आप से जुड़े राजनीतिक दलों की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए।
विधानसभा में चल रहे इस राजनीतिक घमासान के बीच, CAG रिपोर्ट पर चर्चा और आप विधायकों का प्रदर्शन दोनों ही राजनीतिक माहौल को गरमाए हुए हैं।