टीआरपी डेस्क। अमेरिका की कोलंबिया यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रही भारतीय छात्रा रंजनी श्रीनिवासन को बड़ा झटका लगा है। अमेरिकी सरकार ने हमास के समर्थन के आरोप में उनका वीजा रद्द कर दिया है। वीजा निरस्त होने के बाद रंजनी को अमेरिका छोड़ना पड़ा। अमेरिकी गृह सुरक्षा विभाग (DHS) की सचिव क्रिस्टी नोएम ने कहा कि हिंसा और आतंकवाद का समर्थन करने वाले किसी भी व्यक्ति को अमेरिका में रहने की अनुमति नहीं दी जा सकती।

PHD करने के लिए अमेरिका गई थीं रंजनी श्रीनिवासन

रंजनी श्रीनिवासन कोलंबिया यूनिवर्सिटी में एफ-1 छात्र वीजा पर पीएचडी कर रही थीं। DHS ने आरोप लगाया कि वे हमास का समर्थन करने वाली गतिविधियों में शामिल थीं और हिंसा-आतंकवाद को बढ़ावा दे रही थीं। इसके चलते 5 मार्च को उनका वीजा रद्द कर दिया गया, जिसके बाद 11 मार्च को उन्होंने अमेरिका छोड़ दिया।

DHS सचिव क्रिस्टी नोएम का बयान

क्रिस्टी नोएम ने कहा कि, “अमेरिका में रहने और पढ़ाई करने के लिए वीजा मिलना एक विशेषाधिकार है। यदि कोई व्यक्ति हिंसा और आतंकवाद की वकालत करता है, तो यह विशेषाधिकार समाप्त कर दिया जाना चाहिए। हमें यह देखकर खुशी हुई कि कोलंबिया विश्वविद्यालय की एक आतंकवाद समर्थक छात्रा को स्वेच्छा से अमेरिका छोड़ना पड़ा।”

कौन हैं रंजनी श्रीनिवासन?

रंजनी श्रीनिवासन भारतीय मूल की छात्रा हैं, जिन्हें प्रतिष्ठित फुलब्राइट स्कॉलर के रूप में पहचान मिली थी। उनका अकादमिक करियर काफी उत्कृष्ट रहा है।

  • कोलंबिया यूनिवर्सिटी से अर्बन प्लानिंग में एम.फिल किया है।
  • हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से डिज़ाइन में मास्टर्स की डिग्री प्राप्त की है।
  • भारत के CEPT विश्वविद्यालय से डिज़ाइन में बैचलर्स किया है।
  • उनका शोध भारत के अर्ध-शहरी इलाकों, भूमि-श्रम संबंधों, राजनीतिक अर्थव्यवस्था और क्षेत्रीय राजनीति पर केंद्रित था।