रायपुर। छत्तीसगढ़ में बिहार दिवस मनाने को लेकर सियासत शुरू हो गई है। इस मामले में भाजपा और कांग्रेस की प्रतिक्रिया आने लगी है। बता दें कि, भारतीय जनता पार्टी 22 मार्च को बिहार दिवस मनाएगी जिसमें भाजपा के प्रदेश प्रभारी और बिहार के मंत्री नितिन नवीन शामिल होंगे। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ में रहने वाले बिहार के उन व्यक्तित्वों का सम्मान किया जाएगा, जिन्होंने छत्तीसगढ़ और बिहार का मान बढ़ाया है।

अब बिहार दिवस मनाने को लेकर प्रदेश में सियासत शुरू हो चुकी है। पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बिहार दिवस मनाने का कोई औचित्य नहीं है और यह एक चुनावी एजेंडा है। जहां चुनाव होने वाले होते हैं, वहां भाजपा इस तरह के प्रचार अभियान शुरू कर देती है। उन्होंने कहा कि अगर बिहार दिवस मनाना है, तो बिहार में मनाया जाए।
कांग्रेस के बयान पर पलटवार करते हुए मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि भाजपा चुनाव देखकर काम नहीं करती बल्कि देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का काम करती है। कांग्रेस हमेशा देश को बांटने का काम करती है। भाजपा सभी संस्कृतियों को जोड़ने में विश्वास रखती है।
बिहार चुनाव को लेकर सियासत शुरू
बिहार में अक्टूबर-नवंबर में विधानसभा चुनाव होने वाले है, जिसे लेकर सियासत तेज हो चुकी है। इस बीच छत्तीसगढ़ में भाजपा का बिहार दिवस मनाने को लेकर कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रिया आई और सियासत गरमा गई। ऐसे में कयास लगाए जा रहे है कि बिहार के मतदाताओं को साधने के लिए छत्तीसगढ़ में बिहार दिवस का आयोजन किया जा रहा है।