जगदलपुर। झीरम घाटी हमले की याद में यहां बनाए गए शहीद स्मारक में तोड़फोड़ और चोरी को लेकर प्रदेश के दोनों प्रमुख दलों के नेताओं ने विरोध व्यक्त किया है। पुलिस को ज्ञापन सौंपकर दोनों पार्टियों के नेताओं ने कार्रवाई की मांग की।

बस्तर में नक्सलियों द्वारा देश के सबसे बड़े राजनैतिक हमले को 25 मई 2013 में अंजाम दिया गया था। यह घटना झीरम घाटी में घटी थी। इस हमले कांग्रेस नेताओं की निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस भयावह घटना के शहीदों को सम्मान देने के लिए छत्तीसगढ़ में बनी कांग्रेस की सरकार ने जगदलपुर शहर के ऐतेहासिक लालबाग मैदान में करोड़ों रूपए की लागत से झीरम मेमोरियल का निर्माण किया, जिसका शुभारंभ तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 25 मई 2022 में किया था। लेकिन असामाजिक तत्वों ने इस स्मारक में तोड़फोड़ कर इसकी सूरत बदल दी है।

दरअसल झीरम शहीद स्मारक में लगाए गए शहीदो की मूर्ति और उनके नेम प्लेट की पट्टी सहित नीचे लगी लाइटों को तोड़फोड़ दिया गया है। मूर्तियों के निचले हिस्से को भी नुकसान पहुंचाया गया है। इसकी खबर कांग्रेसियों को लगी तो उन्होंने इस मामले में निगम प्रशासन और पुलिस प्रशासन पर ठीकरा फोड़ दिया। वहीं संगठन ने नाराजगी व्यक्त की है मामले में असामजिक तत्वों और निगम प्रशासन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाकर दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

इधर बीजेपी के नेताओं ने भी पुलिस को ज्ञापन सौंप कर मांग की है कि जिसने भी यहां पर तोड़फोड़ की है उन्हें बक्शा न जाए। वहीं पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।