नई दिल्ली/रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित Mahadev Satta App घोटाला मामले में बुधवार सुबह से CBI छत्तीसगढ़ में ही नहीं बल्कि भोपाल, कोलकाता और दिल्ली में 60 स्थानों पर छापेमारी की है। बता दें रायपुर में CBI ने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, विधायक देवेंद्र यादव समेत 7 पुलिस अफसरों और कई IAS अफसरों के ठिकानों पर राजधानी रायपुर, भिलाई और दुर्ग शहरों में छापा मारा है।

बताया जा रहा है कि महादेव बुक ऑनलाइन सट्टेबाजी घोटाला मामले में राजनेताओं, वरिष्ठ नौकरशाहों, पुलिस अधिकारियों, महादेव बुकिंग एप के प्रमुख पदाधिकारियों समेत इसमें शामिल संदिग्ध अन्य व्यक्तियों से जुड़े स्थान शामिल हैं। सीबीआई की ओर से जारी आधिकारिक बयान में बताया गया कि छापेमारी महादेव बुक के अवैध संचालन से संबंधित है, जो रवि उप्पल और सौरभ चंद्रकर द्वारा प्रचारित एक ऑनलाइन सट्टेबाजी मंच है, जो दोनों वर्तमान में दुबई में स्थित हैं । जांच से पता चला है कि प्रमोटरों ने कथित तौर पर अपने अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क के सुचारू और निर्बाध कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए लोक सेवकों को “सुरक्षा धन” के रूप में पर्याप्त मात्रा में भुगतान किया है।

प्रारंभ में आर्थिक अपराध विंग (EOW) रायपुर द्वारा पंजीकृत, इस मामले को बाद में छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा वरिष्ठ सार्वजनिक अधिकारियों और अन्य आरोपी व्यक्तियों की भूमिका की व्यापक जांच के लिए CBI को स्थानांतरित कर दिया गया । डिजिटल और डॉक्यूमेंट्री सबूतों को बढ़ाने वाले खोजों के दौरान पाया गया और जब्त किया गया है । इसके साथ ही खोज जारी है ।
बता दें ईडी ने पहले दावा किया था कि महादेव ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी ऐप में उसकी जांच से छत्तीसगढ़ के कई बड़े नेताओं और नौकरशाहों की संलिप्तता सामने आई है। एप के दो मुख्य प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल छत्तीसगढ़ से ही हैं। ईडी के अनुरोध पर इंटरपोल रेड नोटिस के आधार पर ऐप के दो मुख्य प्रमोटरों को दुबई में हिरासत में लिया गया है। ईडी के अनुसार, इस मामले में अपराध की अनुमानित आय लगभग 6,000 करोड़ रुपए है।