रायपुर। केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (CGST) विभाग ने भिलाई के कारोबारी विनय कुमार टंडन को 10.38 करोड़ की टैक्स चोरी के मामले में गिरफ्तार किया है। विनय, अपनी पत्नी के नाम से रजिस्टर्ड ओविया ट्रेडर्स नामक फर्म का संचालक है। उसने वर्ष 24-25 में 70 करोड़ के फर्जी चालान तैयार कर आईटीसी का फायदा उठाया, और इसके जरिये करीब 10.38 करोड़ के टैक्स का चूना लगाया गया। उसे गिरफ्तार कर दुर्ग जेल भेज दिया गया है।

CGST द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया है कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी और डेटा एनालिटिक्स के आधार पर सीजीएसटी रायपुर प्रधान आयुक्त राकेश गोयल के नेतृत्व में अधिकारियों ने एक विस्तृत जांच की, जिसमें आपूर्तिकर्ताओं के बैंक स्टेटमेंट और करदाता के ई-वे बिल डेटा और अन्य वित्तीय लेन-देन की जांच करने के बाद पाया कि आरोपी फर्जी बिल के आधार पर फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट का लाभ उठाने और उसे पास करने में लिप्त था।
आरोपी पर था 1 करोड़ का बकाया
जांच से यह भी पता चला कि आरोपी के पास पहले से ही अपने नाम पर जीएसटी पंजीकरण था, जहां उसे 1 करोड़ रुपये से अधिक की राशि का भुगतान करना था, जिसका कभी भुगतान नहीं किया गया और बकाया राशि का भुगतान करने के बजाय, आरोपी ने धोखाधड़ी करने के लिए अपनी पत्नी के नाम पर एक और GST पंजीकरण ले लिया।
पर्याप्त सबूत इकट्ठा करने के बाद, चूंकि इनपुट टैक्स क्रेडिट की राशि 5 करोड़ से अधिक है, इसलिए आरोपी को सीजीएसटी अधिनियम, 2017 की धारा 69 के प्रावधानों के तहत अधिनियम की धारा 132 के तहत दंडनीय अपराध करने के मामले में गिरफ्तार किया गया। आरोपी को दुर्ग जिला न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया और गिरफ्तार व्यक्ति को दुर्ग की सेंट्रल जेल दाखिल कर दिया गया।
