कोरिया। जिले के बैकुंठपुर स्थित शासकीय कुक्कुट पालन केंद्र में बर्ड फ्लू की पुष्टि होते ही प्रशासन ने सख्त कदम उठाए हैं। संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए बड़ी संख्या में मुर्गियों, अंडों और अन्य पक्षियों को नष्ट किया जा रहा है। वहीं, पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री पर भी अस्थायी रोक लगा दी गई है।

आपात बैठक में बड़े फैसले
जिले में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद कलेक्टर चंदन त्रिपाठी की अध्यक्षता में देर रात आपात आपातकालीन बुलाई गई। इसमें संक्रमण को रोकने के लिए तत्काल कदम उठाने का फैसला लिया गया। इसके तहत एक विशेष टीम गठित कर कुक्कुट पालन केंद्र भेजी गई, जहां पशु चिकित्सकों की देखरेख में नष्टीकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई।
प्रशासन की ओर से उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक
इस दौरान कीट व मास्क का उपयोग कर कई दर्जन श्रमिकों ने संक्रमित मुर्गियों, अंडों और अन्य पक्षियों को नष्ट करने का कार्य किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार, केंद्र में मौजूद 19,095 अंडे, 9,998 चुजे, 2,487 एडल्ट मुर्गियां और 2,448 बटेरों को पूरी तरह नष्ट किया जाएगा।
एक किलोमीटर के दायरे में पोल्ट्री बिक्री पर रोक
संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए कलेक्टर चंदन त्रिपाठी ने आदेश दिया है कि बैकुंठपुर शहर के एक किलोमीटर के दायरे में स्थित पोल्ट्री दुकानों में मुर्गी और अंडों की बिक्री पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए। साथ ही, लोगों से अपील की गई है कि वे चिकन और अंडे की खरीदारी न करें और अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।
प्रशासन ने बर्ड फ्लू के प्रभाव का आकलन करने के लिए अन्य क्षेत्रों में भी टीमों को तैनात कर दिया है। ये टीमें जिले के अन्य पोल्ट्री फार्मों और बाजारों की जांच करेंगी, ताकि संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके। स्वास्थ्य विभाग और पशु चिकित्सकों की संयुक्त टीम सतर्कता बरतते हुए हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है।
कोरिया जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें और यदि कहीं भी मृत पक्षी दिखाई दें, तो तुरंत स्थानीय प्रशासन या पशु चिकित्सकों को सूचित करें। बर्ड फ्लू से बचाव के लिए सतर्कता और स्वच्छता बेहद आवश्यक है।