दमोह। खुद को हृदय रोग विशेषज्ञ बताकर लोगों के ऑपरेशन करने वाले नरेंद्र यादव उर्फ़ जॉन कैम को दमोह की अदालत ने सात मरीजों की मौत से जुड़े मामले में पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।एक दिन पहले ही कैम को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार किया गया था।

लोक अभियोजक सतीश कपसिया ने बताया, ‘‘मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट स्नेहा सिंह ने हमारे अनुरोध पर कैम को पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।’’

पुलिस ने दमोह जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (सीएमएचओ) एम के जैन द्वारा की गई शिकायत पर फर्जी मेडिकल डिग्री रखने वाले आरोपी के खिलाफ रविवार आधी रात को जालसाजी और धोखाधड़ी के आरोपों में प्राथमिकी दर्ज की थी।

उन्होंने कहा, “मूल शिकायत (एनएचआरसी को सौंपी गई) में मिशन अस्पताल में सात मरीजों की मौत का जिक्र है। एक अन्य शिकायत (सीएमएचओ जैन द्वारा दायर) डॉक्टर की डिग्री के सत्यापन से संबंधित है।”

सोमवंशी ने बताया कि प्राथमिक जांच में पता चला कि डॉक्टर का सर्टिफिकेट फर्जी है। उन्होंने कहा कि प्राथमिकी जालसाजी और धोखाधड़ी के आरोपों में दर्ज की गई है और उसी के आधार पर गिरफ्तारी की गई है।