टीआरपी डेस्क। देश में डिजिटल पहचान को और सशक्त करने की दिशा में केंद्र सरकार ने नए आधार मोबाइल ऐप की शुरुआत कर दी है। यह ऐप आधार होल्डर्स के लिए बड़ी राहत लेकर आया है, क्योंकि अब पहचान सत्यापन के लिए न तो फिजिकल आधार कार्ड की जरूरत होगी और न ही उसकी फोटोकॉपी की।

QR कोड और फेस ID से होगी पहचान

नए आधार ऐप में दो प्रमुख फीचर्स हैं: QR कोड स्कैनिंग और फेस ID वेरिफिकेशन। अब कोई भी व्यक्ति अपनी पहचान केवल मोबाइल ऐप के जरिए QR कोड स्कैन करके या फेस स्कैन कराकर तुरंत प्रमाणित कर सकता है ठीक वैसे ही जैसे हम यूपीआई से भुगतान करते हैं। यह प्रक्रिया न सिर्फ तेज है, बल्कि पूरी तरह सुरक्षित भी है।

मुख्य विशेषताएं:

  • QR कोड वेरिफिकेशन: अब आधार की पहचान करना उतना ही आसान होगा जितना QR स्कैन से पेमेंट करना।
  • फेस ID वेरिफिकेशन: यूजर्स अपने चेहरे के माध्यम से सीधे अपनी पहचान सत्यापित कर सकेंगे।
  • पूरी तरह डिजिटल: इस ऐप के आने से अब आधार कार्ड की फोटोकॉपी की जरूरत खत्म हो जाएगी।
  • उच्च सुरक्षा और गोपनीयता: यह ऐप यूजर के डेटा को एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के साथ सुरक्षित रखेगा, जिससे डेटा लीक की संभावना नगण्य रहेगी।

क्या mAadhaar से अलग है नया ऐप?

mAadhaar ऐप सिर्फ आधार कार्ड की डिजिटल कॉपी रखने के लिए है, जबकि नया आधार ऐप पहचान सत्यापन को नया रूप देता है। इसमें QR कोड और फेस ID के ज़रिए इंस्टेंट वेरिफिकेशन की सुविधा है, जो mAadhaar में उपलब्ध नहीं है। यह ऐप फिलहाल टेस्टिंग फेज़ में है और जल्द ही इसे आम जनता के लिए प्ले स्टोर और ऐप स्टोर पर उपलब्ध करा दिया जाएगा।