खैरागढ़। इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ की कुलपति डॉ. लवली शर्मा का उनकी ज्वाइनिंग के पहले ही विरोध शुरू हो गया है। आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर एकत्र होकर “गो बैक” के नारे लगाए और डॉ. शर्मा की नियुक्ति का विरोध किया।

छत्तीसगढ़ के राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय के कुलाधिपति रमेन डेका ने डॉ. लवली शर्मा को खैरागढ़ विश्वविद्यालय का कुलपति नियुक्त किया है। वे अंतरराष्ट्रीय ख्याति की संगीतज्ञ और संगीत चिकित्सक भी बताई जाती हैं। डॉ.शर्मा वर्तमान में दयालबाग शैक्षणिक संस्थान आगरा (उत्तरप्रदेश) में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। वे संस्थान के डिपार्टमेंट ऑफ म्यूजिक की हेड भी हैं।

संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ में लवली शर्मा की नियुक्ति प्रदर्शन कर रहे छात्र संगठन ABVP ने राजयपाल के नाम जारी पात्र में उल्लेख किया है कि डॉ. लवली शर्मा के खिलाफ उनके पूर्व कार्यस्थल ग्वालियर स्थित मानसिंग विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लग चुके हैं। ऐसे में उनकी नियुक्ति को विश्वविद्यालय की गरिमा और पारदर्शिता के खिलाफ बताया गया है। हालांकि 2019 में जब डॉ लवली शर्मा को हटाया गया था, तो उस दौरान ग्वालियर के राजा मानसिंह तोमर संगीत एवं कला विवि में इनके कार्यकाल में छात्राओं के यौन शोषण जैसे मामले प्रकाश में आए थे। इन्ही मामलों को संज्ञान में लेकर मध्यप्रदेश शासन ने धारा 57 लगाकर कुलपति के कार्यकाल को समाप्त कर दिया था, परंतु छत्तीसगढ़ शासन ने उपरोक्त मामलों में दोषी पाए गए व्यक्ति को कुलपति के रूप में नियुक्ति किया है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है

नियुक्ति वापस नहीं तो होगा उग्र आंदोलन

एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने कहा कि विश्वविद्यालय एक सांस्कृतिक और शैक्षणिक संस्था है, जहां नेतृत्व का पद किसी विवादित व्यक्ति को नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि कुलपति की नियुक्ति को वापस नहीं लिया गया, तो आंदोलन को और उग्र किया जाएगा।