रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक बड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें विशाखापत्तनम पोर्ट से रायपुर स्थित प्लांट तक आयातित ब्रेड मैंगनीज अयस्क की ट्रांसपोर्ट के दौरान मिलावट और चोरी किए जाने की पुष्टि हुई है। इस मामले में ट्रक ड्राइवरों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है।

शिकायतकर्ता विवेक अग्रवाल, जो जय जगदीश ट्रांसपोर्ट के भागीदार हैं, उन्होंने खम्हारडीह थाना, रायपुर में यह मामला दर्ज कराया है। शिकायतकर्ता के अनुसार, रायपुर स्थित प्लांट के लिए अधिकृत ट्रांसपोर्टर विशाखापत्तनम पोर्ट से उनके प्लांटट तक आयातित ब्रेड मैगनीज अयस्क का परिवहन करते हैं।
कैसे हुआ खुलासा
दिनांक 12 फरवरी 2025 को ट्रक नंबर CG 06 GY 8184 और CG 06 GZ 6488 विशाखापत्तनम पोर्ट से माल लादकर रायपुर स्थित प्लांट पहुंचे। जब प्लांट में सामग्री की क्वालिटी जांची गई, तो मॉल लोड करने से पहले की क्वालिटी में अंतर पाया गया। इस पर जांच शुरू हुई।
जांच के दौरान जीपीएस सिस्टम और ट्रकों में लगे कैमरों के डेटा की समीक्षा की गई। पाया गया कि कुछ समय के लिए ट्रकों के कैमरों को जानबूझकर ढक दिया गया था। GPS लोकेशन से स्पष्ट हुआ कि दोनों ट्रक गुरु तेग बहादुर राइस मिल, एक पत्थर क्रशर, और सड़क निर्माण प्लांट के बीच लगातार आवा-जाही कर रहे थे।
स्थानीय पूछताछ में खुलासा हुआ कि इन स्थलों का स्वामित्व अविनाश चंद्राकर, निवासी महासमुंद के पास है। जीपीएस डेटा से पुष्टि हुई कि ट्रकों ने इन परिसरों में 3-4 बार प्रवेश किया, जहां संभवतः सामग्री की चोरी या मिलावट की गई।
ड्राइवरों और ट्रकों का विवरण
- ट्रक नंबर: CG06GY8184
- ड्राइवर का नाम: करीम अहमद
- मोबाइल नंबर: 7607076253
- ड्राइविंग लाइसेंस नंबर: UP91202100002142
- ट्रक नंबर: CG06GZ6488
- ड्राइवर का नाम: सिकंदर खान
- मोबाइल नंबर: 7068970786
- ड्राइविंग लाइसेंस नंबर: UP9120070004851
दोनों ट्रक रॉयलटेक लॉजिस्टिक्स, रायपुर के स्वामित्व में हैं। कंपनी के सुपरवाइज़र द्वारा पूछताछ के दौरान दोनों ड्राइवरों ने अपनी गलती स्वीकार की, लेकिन बाद में किसी बहाने से मौके से फरार हो गए।
कंपनी को भारी आर्थिक नुकसान
विवेक अग्रवाल के अनुसार, मिलावट के कारण हर गाड़ी से लगभग ₹3 लाख का नुकसान हुआ है। चूंकि मटेरियल की गुणवत्ता अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरी नहीं उतर रही, इसलिए इसका निर्यात असंभव हो गया है।