रायपुर/सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा वन मंडल में ग्रामीणों द्वारा एक जंगली भालू को बेरहमी से प्रताड़ित कर उसकी जान लेने की घटना को पर्यावरण प्रेमियों ने चिंताजनक बताते हुए इस घटना के लिए वन अमले की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया है।

लोगों के दिल को दहला देने वाले इस कृत्य का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जानकारी दी गई है कि यह घटना सुकमा के केरलापाल क्षेत्र में हुई, जहां ग्रामीणों ने भालू को स्टील के तार से बांधकर उस पर अत्याचार किया। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि भीड़ भालू के कान खींच रही है, उसके सिर पर बार-बार प्रहार कर रही है और उसके नाखून तक उखाड़ रही है। भालू की पीड़ा भरी चीखें और मुंह से निकलता खून इस अमानवीय कृत्य की भयावहता को दर्शाता है।

वन्यजीव व पर्यावरण प्रेमी प्राण चड्ढा ने इसे वन विभाग की नाकामी का स्पष्ट उदाहरण बताते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में जागरूकता अभियान और वन्यजीवों के लिए जीपीएस ट्रैकिंग की मांग की है।

वन विभाग ने की इनाम की घोषणा

वन विभाग ने इस घटना को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के तहत गंभीर अपराध बताया है। सुकमा के डिवीजनल फॉरेस्ट ऑफिसर ने दोषियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए विशेष जांच दल गठित किया है। यह शेड्यूल टू प्रजाति के वन्यजीव की हत्या है, जिसके लिए आजीवन कारावास तक की सजा हो सकती है। वन विभाग ने दोषियों की जानकारी देने वाले के लिए 10,000 रुपये के इनाम की भी घोषणा की है।

वायरल वीडियो में दो व्यक्ति द्वारा भालू को मारने की तस्वीर नजर आ रही है, जिसमें एक व्यक्ति ने टी-शर्ट पहना है उसमें लिखा है केरला पाल। सुकमा जिला की फॉरेस्ट की टीम अभी जांच पड़ताल कर रही है। जांच में यह पाया गया कि वीडियो पुराना है, और केरला पाल गांव सुकमा जिला में भी है, बीजापुर जिला में भी है, पड़ोसी राज्य उड़ीसा में भी है, सुकमा वन विभाग की टीम रेंजर के मार्गदर्शन में गहन पड़ताल में जुटी हुई है, सच की पड़ताल करने के बाद जो जानकारी सामने आएगा उसे सोशल मीडिया के माध्यम से प्रिंट मीडिया अखबार मीडिया को सूचित किया जाएगा।

CCF आरसी दुग्गा और सुकमा वनमंडलाधिकारी के द्वारा इस वायरल वीडियो के दो युवक की पहचान और एड्रेस बताने वाले को दस हजार रुपए की इनाम दिया जाएगा। सूचना मो. 8770083810, 9754613678, 9098728660 पर दी जा सकती है।