रायगढ़। जिंदल पावर लिमिटेड की डोंगामहुआ कोल माइंस में शुक्रवार को हुए जोरदार ब्लास्ट के बाद बड़ा हादसा हो गया। इस हादसे में 24 वर्षीय मजदूर आयुष बिश्नोई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य मजदूर गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। हादसे के बाद खदान में अफरा-तफरी मच गई और मजदूरों में दहशत फैल गई। घायल मजदूरों को तत्काल इलाज के लिए ओ. पी. फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

ब्लास्टिंग के दौरान टूटा बड़ा पत्थर, वैन के अंदर घुसा
जानकारी के अनुसार, यह हादसा उस वक्त हुआ जब कोल माइंस गारे पेलमा 4/3 और 4/4 माइंस में ब्लास्टिंग का काम चल रहा था। ब्लास्ट के दौरान वैन के भीतर बैठे मजदूरों पर एक बड़ा पत्थर आकर गिरा, जिससे वैन का दरवाजा टूट गया और पत्थर सीधे आयुष बिश्नोई को जा लगा। आयुष की मौके पर ही मौत हो गई।
घायल मजदूरों की पहचान चंद्रपाल राठिया (38) निवासी कोसमपाली और अरुण लाल (43) निवासी झरना के रूप में हुई है। दोनों की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें इलाज के लिए फोर्टिस हॉस्पिटल होते हुए रायगढ़ रेफर किया गया है।
प्रबंधन की लापरवाही पर सवाल
बताया जा रहा है कि कोल माइंस में ये हादसा प्रबंधन की लापरवाही के कारण हुआ है। तमनार थाना प्रभारी मोहन भारद्वाज ने बताया कि मजदूर के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। घायलों के शरीर के कई हिस्सों में चोट के निशान हैं। हादसा कैसे और किसकी गलती से हुआ है, हमारी टीम पता लगा रही है।