रायपुर। गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर विकासखंड में ओपन परीक्षा की 10वीं कक्षा का पेपर लीक होने का मामला सामने आया था। इसकी जांच रिपोर्ट मिलने के बाद DPI ने केंद्राध्यक्ष और दो अन्य स्टाफ को निलंबित कर दिया है।

12वीं की परीक्षा और पेपर बंट गया 10वीं का
छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर विकासखंड में ओपन परीक्षा में 10वीं का पेपर बीते 4 अप्रैल को लीक हो गया था। यह वाकया लोहरसी परीक्षा केंद्र में हुआ। इस परीक्षा केंद्र में 12वीं कक्षा के गृह विज्ञान विषय की परीक्षा में 10वीं कक्षा का प्रश्न पत्र बांट दिया गया। इसकी जानकारी मिलने के बाद मामले की कराई गई।
लापरवाही का ये आलम
फिंगेश्वर विकासखंड लोहरसी परीक्षा केंद्र में लापरवाही का ये आलम था कि 12वीं कक्षा के गृह विज्ञान विषय की परीक्षा के लिए बच्चे बैठे थे। समय होने पर उनको पेपर बांट दिए गए। पहले तो बच्चों को समझ ही नहीं आया तो कुछ को पेपर आसान लगा। बाद में पता चला कि यह तो 10वीं का पेपर है। बच्चों ने यह बात कक्षा में मौजूद शिक्षक को बताई तब मामला सामने आया। तब तक केंद्राध्यक्ष और अन्य स्टाफ को इसकी जानकारी तक नहीं थी।
बच्चों को बांटे गए नए पेपर
बच्चों से गलत पेपर मिलने की जानकारी मिलने के बाद तत्काल पेपर वापस ले लिया गया और सभी को 12वीं कक्षा के गृह विज्ञान विषय का पेपर दिया गया। इसके अलावा बच्चों को अतिरिक्त समय देकर मामले को शांत करने की कोशिश की गई। मगर, तब तक देर हो चुकी थी और पेपर लीक होने की जानकारी सार्वजनिक हो गई।
DPI ने की कार्यवाही
जांच के दौरान खुलासा हुआ कि पेपर लीक में केंद्र अध्यक्ष नारायण सिंह चंद्राकर, सहायक केंद्राध्यक्ष तुलसी राम यादव और जिला प्रतिनिधि ऑब्जर्वर नीतू शाह की लापरवाही रही। इसके बाद तीनों अधिकारियों को संचालक, लोक शिक्षण (DPI) ऋतुराज रघुवंशी ने निलंबित कर दिया। साथ ही यह आदेश भी दिया गया कि वे निलंबन अवधि में जिला शिक्षा कार्यालय गरियाबंद में उपस्थिति देंगे। देखें आदेश :
