नई दिल्ली। पहलगाम में हुए आतंकी हमले का कड़ा जवाब देते हुए भारत ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। इस ऑपरेशन में कुल 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त किया गया है, जिनमें प्रमुख रूप से जैश-ए-मोहम्मद के टॉप कमांडर्स और मसूद अजहर से जुड़े ठिकाने शामिल थे।

सूत्रों के अनुसार, इस कार्रवाई में जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर का भाई अब्दुल रऊफ अजहर गंभीर रूप से घायल हो गया है। मसूद अजहर ने खुद यह दावा किया है कि हमले में उसके परिवार के 10 सदस्यों सहित 14 करीबी मारे गए हैं।

कौन है अब्दुल रऊफ अजहर?

अब्दुल रऊफ अजहर, जैश-ए-मोहम्मद के संस्थापक मसूद अजहर का छोटा भाई है और अधिकारियों की मानें, तो भारतीय फ्लाइट आईसी-814 अपहरण की साजिश रचने में रऊफ की भूमिका ने अल-कायदा के एक प्रमुख गुर्गे उमर सईद शेख की रिहाई को सीधे तौर पर सुविधाजनक बनाया था। शेख ने बाद में वॉल स्ट्रीट जर्नल के एक अमेरिकी-यहूदी पत्रकार डेनियल पर्ल का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी थी। 2002 में पर्ल की नृशंस हत्या ने दुनिया को झकझोर कर रख दिया था. इस 814 मामले में रऊफ मुख्य आरोपी माना गया था।

क्या था कंधार हाईजैक मामला?

साल 1999 में 24 दिसंबर को इंडियन एयरलाइंस की फ्लाइट IC 814 को हाईजैक करके आतंकवादी अफगानिस्तान के कंधार ले गए थे। वहां यात्रियों को बंधक बनाकर रखा गया था. इस मामले में 36 आतंकवादियों को रिहा करने और 860 करोड़ रुपये देने की मांग रखी गई थी। इस पूरे हाईजैक के मामले में मसूद अजहर का भाई अब्दुल रऊफ अजहर मास्टमाइंड माना जा रहा था।