बीजापुर। कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों पर तैनात सुरक्षाबलों के लौटते ही नक्सली फिर से इलाके में सक्रिय हो गए हैं। बीती रात एक कांग्रेस कार्यकर्त्ता की नक्सलियों द्वारा हत्या की खबर आज सुबह से खबरों में रही, इस बीच बीजापुर इलाके में ही 3 और लोगों की हत्या की खबर ने सुरक्षा बलों को चौकन्ना कर दिया है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता के अलावा शिक्षा दूत, रसोइया और एक ग्रामीण की नक्सलियों ने हत्या कर दी है।

नक्सलियों ने की थी युद्ध विराम की घोषणा

लगभग 20 दिनों पहले हजारों सुरक्षा कर्मियों द्वारा कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों को घेरे जाने के बाद नक्सली बैकफुट पर आ गए थे। नक्सली लगातार 4 प्रेस नोट भेज कर शांति वार्ता के लिए अपील करते रहे। आखिरी याने 5 वें प्रेस नोट में नक्सलियों ने शांति वार्ता के लिए 6 माह तक युद्ध विराम की घोषणा की थी। हालांकि इस संबंध में सरकार की ओर से कोई खास प्रतिक्रिया नहीं आयी। छत्तीसगढ़-तेलंगाना राज्य में एक्टिव नक्सली संगठन की तरफ से जारी यह पत्र तेलुगु भाषा में लिखा हुआ था।

इसे नक्सलियों का सौभाग्य ही माना जायेगा कि सीमा पर भारत-पाक युद्ध की शुरुआत हो गई और देश भर में तैनात सुरक्षा बलों को वापस बुलवा लिया गया। इसी कड़ी में बीजापुर में कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों पर भेजे गए CRPF के जवानों को वापस बुलाना पड़ गया। सुरक्षा बल के जवान जैसे ही वापस लौटे नक्सलियों ने अपने युद्ध विराम (cease fire) की घोषणा को तोड़ते हुए उत्पात मचाना शुरू कर दिया है।

बीजापुर से पहली खबर यह आयी कि माओवादियों ने मारूडबाका में सोसायटी दुकान संचालक और कांग्रेस नेता नागा भंडारी की कुल्हाड़ी मारकर हत्या कर दी। इसके बाद सूत्रों के हवाले से यह खबर आ रही है कि नक्सलियों ने बीजापुर जिले में ही एक शिक्षा दूत, रसोइया और एक ग्रामीण की भी बीती रात हत्या कर दी है। ये हत्याएं उसूर और पामेड़ थाना क्षेत्र में किये जाने की खबर है।

माना जा रहा है कि नक्सलियों ने बौखलाहट में इन वारदातों को अंजाम दिया है। हालांकि अभी तक पुलिस या फिर किसी प्रशासनिक अमले की तरफ से इन घटनाओं की कोई पुष्टि नहीं की गई है।

जानकारी के मुताबिक माओवादियों ने मारूडबाका सोसायटी संचालक नागा भंडारी सामाजिक कार्यक्रम में भाग लेने लिंगापुर गए थे। रात करीब 11:30 बजे माओवादियों ने हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया। सूचना पर थाना उसूर पुलिस मौके पर पहुंची। शव का पंचनामा व पीएम उपरांत परिजनों को सौंप दिया गया है। उधर थाना पामेड़ क्षेत्र के कंचाल और मीनागट्टा गांव में भी कुछ ग्रामीणों की हत्या की सूचना मिली है। जिसकी पुलिस द्वारा तस्दीक की प्रक्रिया जारी है।

खबर यह भी आयी है कि पास के गांव में एक शिक्षादूत को निशाना बनाया गया, जिनकी नक्सलियों ने गला रेतकर हत्या कर दी। तीसरी वारदात में एक सरकारी स्कूल में भोजन तैयार करने वाली महिला रसोइया को अगवा कर हत्या की गई। चौथी हत्या एक ग्रामीण की हुई, जिसे नक्सली संदिग्ध पुलिस मुखबिर मान रहे थे।

बताया जा रहा है कि पुलिस अधिकारियों ने घटनाओं की जानकारी मिलते ही सुरक्षा बलों को सक्रिय कर दिया, जिसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।