रायपुर। इंदिरा गांधी कृषि विवि का एक छात्र कुलपति निवास के बाहर बिस्तर लेकर धरना प्रदर्शन करने बैठ गया। PHD के छात्र सुजीत सुमेर ने हॉस्टल से निष्कासित किए जाने के विरोध में यह प्रदर्शन शुरू किया है।

छात्र ने लगाया यह आरोप

सुजीत सुमेर का यह आरोप है कि हॉस्टल से निष्कासन उसकी सामाजिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता, छात्रहित की आवाज उठाने एक और जातिगत भेदभाव के विरुद्ध मुखर होने के कारण किया गया है। वह अपने संवैधानिक अधिकारों की बहाली और छात्रावास में पुनः प्रवेश की मांग को लेकर संघर्षरत है।

विवि प्रबंधन ने क्या कहा..?

इंदिरा गांधी कृषि विवि के अधिष्ठाता, छात्र कल्याण डॉ संजय शर्मा ने TRP न्यूज़ को बताया कि सुजीत सुमेर पीएचडी, मौसम विज्ञान का छात्र है। नियम के मुताबिक हॉस्टल में पीएचडी के छात्र को 6 सेमेस्टर तक ही रखने का प्रावधान है। सुमेर का यह 7 वां सेमेस्टर है। इसके अलावा सुमेर द्वारा सोशल मीडिया फेसबुक में विश्विद्यालय और कुलपति के बारे में अनर्गल बातें काफी समय से लिखी जा रही हैं। यह अनुशासनहीनता की श्रेणी में आता है। काफी समझाइश के बावजूद जब सुमेर ने लिखना नहीं छोड़ा तब उसे हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है।

डॉ संजय शर्मा ने बताया कि निष्कासन के विरोध में सुजीत सुमेर ने आज कुलपति निवास के सामने धरना दे दिया है। उसे NSUI के छात्र नेताओं द्वारा समर्थन दिया जा रहा है। प्रबंधन की ओर से वे उसे समझाने गए थे, मगर वह धरने पर अड़ा रहा। इधर तेलीबांधा पुलिस ने TRP न्यूज़ को बताया कि थाने से स्टाफ ने विश्विद्यालय पहुंचकर धरना दे रहे सुजीत सुमेर को समझाइश देते हुए हटाने का प्रयास किया, मगर वह तैयार नहीं हुआ, जिसके बाद टीम वापस लौट गई है।