0 पैडलर की ‌मदद से रायपुर में करते थे सप्लाई
0 छापे के दौरान हेरोईन की हुई जब्ती

रायपुर। छत्तीसगढ़ में स्मैक और हेरोइन जैसे ड्रग्स की तस्करी पंजाब से करने के कई मामले पकड़े जा चुके हैं। इस बार पुलिस ने नशे के खिलाफ पहली बड़ी कार्यवाही की। पुलिस हेरोइन के दो मुख्य सप्लायर्स को पंजाब से गिरफ्तार कर लाई है। सिमरन जीत बत्रा और जसकरण सिंह को पंजाब के मोगा जिले से गिरफ्तार किया है।दोनों से 14 ग्राम हेरोइन जब्त किया गया।

पैडलर ने खोला राज, तब…

पुलिस द्वारा पूर्व में गिरफ्तार ड्रग पैडलर सोहेल खान कोरियर से हेरोइन मंगवाता था। इससे हुई पूछताछ पर मोगा गई आमानाका पुलिस टीम ने दोनों तस्करों को पकड़ा। ड्रग पैडलर्स के खिलाफ संगठित अपराध की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया।

पूर्व में पकड़े गए थे दो तस्कर

एक माह पहले बीते 13 अप्रैल को थाना आमानाका पुलिस ने केडिया बिजनेस पार्क के पास दो व्यक्तियों को पकड़ा था जो बाइक सी.जी. 04 पी.जे. 6814 मे घूम रहे थे। ये अपने पास रखे हेरोईन (चिटटा)बेचने की फिराक में थे। इनमें मोह. सोहेल खान 26 संजय नगर सोहेल किराना दुकान थाना टिकरापारा व तन्मय गोईन्दी 27 महाबीर नगर अनमोल सुपर बाजार के पास गुलमोहर वाटिका न्यू राजेन्द्र नगर रायपुर हैं जिन्हें पकड़ा गया। इनसे कुल मादक पदार्थ हेरोईन (चिट्टा) 14.29 ग्राम कीमत 1,42,900/-रू० व आरोपी तन्मय गोईन्दी से जप्त होण्डा साईन सी.जी. 04 पी.जे. 6814 कीमती 35000/- रू० जुमला कीमती 1,77,900/-रू जप्त किया गया।

विस्तृत पुछताछ में इन पैडलर्स ने बताया कि मादक पदार्थ हेरोईन पंजाब मे रहने वाल‍े सिमरन जीतसिंग बत्रा उर्फ सीमा एंव जसकरण सिंग ने भेजा था। बताया गया जिस पर संगठित अपराध की धारा 111 BNS जोडा गया एंव आरोपी सिमरन जीतसिंग बत्रा उर्फ सीमा एंव जसकरण सिंग को जिला मोगा पंजाब मे पकड़ कर न्‍यायालय रायपुर में पेश किया गया है ।

सूखे नशे की बढ़ रही तस्करी

छत्तीसगढ़ में वैसे तो सूखे नशे की तस्करी लंबे समय से हो रही है। मगर पिछले कुछ समय से स्मैक और हेरोइन जैसे अवैध नशे का कारोबार प्रदेश में बढ़ा है। पूर्व में महाराष्ट्र और पंजाब से नशे की तस्करी के कई मामले पकड़े जा चुके हैं। पिछले कुछ समय से पंजाब से नशे की तस्करी बड़ी है।

गौरतलब है कि पंजाब में विशेषकर युवा नशे के जाल में जकड़े हुए हैं और नशे के कारोबार को खत्म करना वहां की सरकार के लिए चुनौती बन गया है। वहां अधिकांश लोग नशे का खुद सेवन करते हैं और अपनी कमाई के लिए नशे की तस्करी करने में लग जाते हैं। छत्तीसगढ़ में जिस तरह नशे की तस्करी बढ़ती जा रही है, उससे कहीं ऐसा न हो कि इसका हाल भी पंजाब की तरह हो जाए।