टीआरपी डेस्क। जिले की गेवरा कोल माइंस से सोमवार सुबह एक दर्दनाक और चौंकाने वाली घटना सामने आई है। एसईसीएल (SECL) की खदान में अवैध खनन कर रहे ग्रामीणों पर मिट्टी और कोयले का विशाल ढेर अचानक ढह गया। हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक अन्य युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है।

अवैध खनन बना मौत का रास्ता

घटना हरदीबाजार थाना क्षेत्र के ग्राम मुढ़ापार के पास की बताई जा रही है, जहां ग्रामीण गेवरा खदान के ‘सदभावना फेस’ में चोरी-छिपे कोयला निकालने के लिए घुसे थे। बताया जा रहा है कि यह फेस गांव से बिल्कुल सटा हुआ है, जिससे ग्रामीण बिना किसी रोक-टोक के खदान में प्रवेश कर जाते हैं और सुरंगनुमा जगह बनाकर कोयला निकालते हैं।

आज सुबह भी कुछ युवक अवैध खनन में लगे थे कि तभी अचानक ऊपर का हिस्सा भरभरा कर गिर पड़ा, जिससे कई लोग मलबे में दब गए।

घटना की सूचना मिलते ही SECL प्रबंधन और पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और तेजी से राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। मलबा हटाने के दौरान दो युवकों धन सिंह कंवर और विशाल यादव के शव बरामद किए गए। वहीं एक तीसरा युवक साहिल धनवार को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

और भी लोगों के दबे होने की आशंका

रेस्क्यू टीम का कहना है कि अभी मलबे में और ग्रामीणों के फंसे होने की आशंका है, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ सकती है। मौके पर मेडिकल टीम को अलर्ट पर रखा गया है और प्रशासन लगातार निगरानी कर रहा है।

अवैध खनन पर सवाल

इस हादसे ने एक बार फिर से कोयला खदानों में जारी अवैध गतिविधियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। खदान प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी व्यवस्था पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इतनी भारी आवाजाही और खनन गतिविधियों की भनक समय रहते क्यों नहीं लग पाई।