– परीक्षा परिणाम की जांच की मांग

महासमुंद। पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की अधिकांश शाखाओं में 75 फीसदी छात्र-छात्राओं के परीक्षा परिणाम इस बार भी अजीबोगरीब आए हैं। महासमुंद स्थित पीजी कॉलेज, माता कर्मा कॉलेज तथा शांत्रिबाई कॉलेज में फिजिक्स, केमिस्ट्री तथा अंग्रेजी विषयों में छात्र-छात्राओं को शून्य से 5 तक के ही अंक मिले हैं। छात्र-छात्राओं को संदेह है कि परीक्षा परिणाम को लेकर यूनिवर्सिटी से इस बार भी कोई बड़ी भूल हुई है। चूंकि पिछले साल 2024 में भी इसी तरह की स्थिति निर्मित हुई थी, जिसमें 50 प्रतिशत छात्र-छात्राएं फेल हो गए थे। इस बार फिर यही स्थिति निर्मित हुई है।
उचित अंक नहीं दिए जाने का आरोप
इस संबंध में छात्र-छात्राओं ने प्राचार्य को ज्ञापन देकर जांच की मांग की है। शासकीय पीजी कॉलेज के बीएससी द्वितीय वर्ष के रसायन शास्त्र के विद्यार्थियों ने ज्ञापन में बताया है कि विद्यार्थियों द्वारा सभी प्रश्नों के उत्तर दिये जाने के बाद भी परीक्षा परिणाम में उचित अंक नहीं दिये गये हैं।
जो विद्यार्थी टॉपर रहे, वो भी हो गए फेल
इस बार रसायन शास्त्र में कुल 190 छात्र-छात्राओं को फेल कर दिया गया है। विद्यार्थियों ने कहा कि यह विचित्र बात है कि इनमें से अनेक विद्यार्थी टॉपर रह चुके हैं, वे भी फेल हैं।
करूणा दुबे, प्राचार्य पीजी कॉलेज, महासमुंद का कहना है कि बीए द्वितीय वर्ष के अंग्रेजी विषय में विद्यार्थियों ने प्रश्न तो हल किये थे, लेकिन परिणाम में 85 फीसदी विद्यार्थियों को 0 से 5 तक ही अंक मिले हैं।
माता कर्मा महा. में पूरे फेल
माता कर्मा महाविद्यालय में कुल 73 विद्यार्थी हैं, इनमें से रसायन में 73 को फेल कर दिया गया है। शांत्रिबाई कॉलेज में भी यही स्थिति निर्मित हुई है। जहां 48 में से केवल 5 ही पास हुए हैं, बाकी सभी इन विषयों में फेल हो गए हैं।
रविशंकर विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले सभी कॉलेजों के विद्यार्थियों द्वारा इस त्रुटि को सुधारने के लिए जांच की मांग की जा रही है। उत्तर पुस्तिका जांच के लिए आवेदन दिया गया है, जिसे विश्वविद्यालय को अग्रेषित कर दिया गया है।