पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने पत्रकार वार्ता में दी जानकारी

बिलासपुर। शिक्षा विभाग में जारी युक्तियुक्तकरण का कांग्रेस पार्टी द्वारा विरोध किया जा रहा है। कांग्रेस ने ऐलान किया है कि 9 से 11 जून के बीच जिले के सभी ब्लॉक शिक्षा कार्यालयों का घेराव किया जाएगा। इसके बाद 16 से 21 जून तक जिला शिक्षा कार्यालयों का घेराव होगा। इसी तरह जुलाई में कांग्रेस पांच किलोमीटर की पदयात्रा निकालकर ‘नई शिक्षा यात्रा’ शुरू करेगी। वहीं, जिन गांवों और शहरों में स्कूल बंद किए जा रहे हैं, वहां धरना-प्रदर्शन भी किया जाएगा।
न्यायधानी बिलासपुर के कांग्रेस भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में पूर्व मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार द्वारा लिया गया युक्तियुक्तकरण का फैसला बेहद घातक है। इससे न केवल शिक्षक बेरोजगार होंगे, बल्कि सरकारी स्कूलों की हालत भी खराब हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस फैसले के जरिए प्रदेश में लगभग 45,000 शिक्षकों के पद समाप्त किए जा रहे हैं और 10,463 स्कूल बंद करने की तैयारी है।
उन्होंने कहा कि फिलहाल प्राथमिक स्कूलों में 21 छात्रों पर एक शिक्षक की व्यवस्था है, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 30 छात्र प्रति शिक्षक किया जा रहा है। वहीं, मिडिल स्कूलों में यह अनुपात 26 से बढ़ाकर 35 किया जा रहा है। इससे एक-तिहाई शिक्षकों की जरूरत खत्म हो जाएगी और भर्ती की आवश्यकता नहीं रहेगी। यही भाजपा सरकार का मकसद है – शिक्षकों की भर्ती से बचना।
स्कूल बंद करने की बजाय शिक्षकों की भर्ती करें
अग्रवाल ने कहा कि बस्तर और अन्य नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में पहले भाजपा सरकार ने कई स्कूल बंद किए थे, जिन्हें कांग्रेस शासन में फिर से खोला गया था। लेकिन अब एक बार फिर भाजपा सरकार शिक्षा विरोधी फैसले लेकर आदिवासी बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि वह स्कूल बंद करने के बजाय शिक्षकों की भर्ती करे और बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखे।
युक्तियुक्तकरण जनविरोधी और संविधान विरोधी
पूर्व मंत्री ने बताया कि कांग्रेस शासन में 16,000 शिक्षकों का नियमितीकरण किया गया था, लेकिन कभी युक्तियुक्तकरण जैसा निर्णय नहीं लिया गया। उन्होंने भाजपा सरकार के इस कदम को जनविरोधी और संविधान विरोधी बताया। संविधान हर नागरिक को शिक्षा का अधिकार देता है। इस फैसले से यह अधिकार भी खतरे में पड़ जाएगा- उन्होंने कहा।
इस मौके पर जिला कांग्रेस कमेटी, बिलासपुर के अध्यक्ष द्वय विजय केशरवानी, विजय पांडे, विधायक दिलीप लहरिया, पूर्व महापौर रामशरण यादव, जावेद मेमन, सियाराम कौशिक, राकेश शर्मा और अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।