0 प्रभावितों का आरोप – रात में नोटिस देकर कहा- घर खाली करो

रायगढ़। शहर के जेल पारा और प्रगति नगर इलाके में मरीन ड्राइव परियोजना के तहत अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई तेज़ हो गई है। नगर निगम की टीम ने आज सुबह बुलडोजर के साथ अवैध रूप से बनाए गए घरों को गिराना शुरू किया, जिससे इलाके में भारी तनाव का माहौल बन गया है। इस कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता और स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए। इस दौरान पुलिस प्रदर्शनकारियों को हटाने में जुट गई। इसी बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य के वित्त मंत्री ओपी चौधरी के घर के सामने प्रदर्शन किया, जिसके बाद पुलिस ने आधा दर्जन से ज्यादा महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया।
चरणबद्ध ढंग से हटाया जा रहा अतिक्रमण
रायगढ़ में केलो नदी के किनारे कायाघाट क्षेत्र में मरीन ड्राइव निर्माण के लिए तोड़फोड़ की शुरुआत हो चुकी है। जहां पहले राउंड में 20 घरों को तोड़ा जा रहा है। इसके बाद 100 घरों को तोड़ा जाएगा। ऐसे में क्षेत्र में तनाव की स्थिति निर्मित है। इस दौरान महिलाओं ने पुलिस का रास्ता रोक लिया। जहां दोनों के बीच झड़प हो गई।
विस्थापित महिला के मुताबिक रात 9.30 बजे उन्हें नोटिस थमाकर कहा गया कि सुबह 8 बजे तक घर खाली कर दो। आज तोड़फोड़ शुरू कर दी गई। सुबह से सभी भूखे-प्यासे हैं। कार्रवाई से नाराज प्रभावित लोगों और स्थानीय कांग्रेस नेताओं ने मंत्री ओपी चौधरी के बंगले के बाहर नारेबाजी भी की।

पुनर्वास का दिया आश्वासन
इस दौरान मौके पर पहुंचे एसपी और प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को समझाया कि सभी प्रभावितों को घर के बदले घर और जमीन के बदले जमीन दी जाएगी। तब जाकर प्रदर्शनकारी शांत हुए और वापस लौटे।
बता दें कि नगर निगम ने कायाघाट के 295 लोगों को नोटिस दिया गया है। शुक्रवार की रात में सैकड़ों की संख्या में क्षेत्रवासियों ने इसके विरोध में कलेक्टर बंगले का घेराव कर दिया था।
करवाई को सही ठहराया डिप्टी सीएम ने
डिप्टी सीएम अरुण साव ने कार्रवाई को जायज़ ठहराते हुए कहा कि यह सरकारी जमीन है जिस पर अवैध कब्जा किया गया था। अतिक्रमण से आम लोगों को दिक्कत होती है, इसलिए प्रशासन नियमानुसार कदम उठा रहा है।
बैज का आरोप – गरीबों के साथ अन्याय
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रशासन अपराधियों के घर छोड़कर गरीबों के आशियाने तोड़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि रात में नोटिस देकर सुबह-सुबह गरीबों के घरों पर बुलडोजर चला दिया गया, जबकि बीजेपी खुद को गरीबों की हितैषी बताती है।