रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य के तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ एवं छत्तीसगढ़ पेंशनर्स एसोसिएशन के संयुक्त तत्वावधान में आज सभी जिला मुख्यालय में भोजनावकाश में कर्मचारी पेंशनरों ने महंगाई भत्ता एवं महंगाई भत्ता एरियर्स भुगतान की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदेश अध्यक्ष जी आर चंद्रा एवं पेंशनर्स प्रदेश अध्यक्ष पी आर यादव के नेतृत्व में सभी जिला मुख्यालय में जंगी प्रदर्शन हुआ।
प्रदेश भर के सभी जिला मुख्यालयों में आज दोपहर भारी संख्या में कर्मचारियों ने प्रदर्शन में भाग लिया। रायपुर, बिलासपुर, कोरबा, बस्तर सही सभी स्थानों पर कलेक्ट्रेट में कर्मचारियों ने नारेबाजी कर अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस मौके पर कलेक्टर और जिला प्रशासन के अधिकारियों को मांग पत्र सौंपा गया। रायपुर में पेंशनर संघ के संरक्षक विजय कुमार झा तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ अध्यक्ष रामचंद्र टांडी एवं महामंत्री उमेश मुदलियार ने बताया कि मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र जिला प्रशासन के अधिकारी को सौंपा गया।

इधर कोरबा जिले में भी छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष विनय सोनवानी एवं एन के राजवाड़े अध्यक्ष छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी पेंशनर्स एसोसिएशन के नेतृत्व में भोजन अवकाश में मुख्यमंत्री एवं मुख्य सचिव छत्तीसगढ़ शासन के नाम का ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौंपा गया।

ये है कर्मचारियों और पेंशनरों की मांगें
इस प्रदर्शन के माध्यम से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय एवं वित्त मंत्री ओपी चौधरी से मांग की गई है कि केंद्रीय कर्मचारियों के समान प्रदेश में भी महंगाई भत्ता दिया जाए। इनकी मांगें इस प्रकार हैं :
(1)केंद्र कर्मचारी एवं पेंशनरो को वर्तमान में 55% महंगाई भत्ता प्राप्त हो रहा है जबकि राज्य के कर्मचारी एवं पेंशनरों को 53% महंगाई भत्ता प्राप्त हो रहा है फलस्वरुप केंद्र सरकार द्वारा जारी आदेश दिनांक से महंगाई भत्ता में 2% की वृद्धि की जावे। (2) शिक्षकों के विसंगति पूर्ण युक्त युक्तिकरण पर निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए। (3)केंद्रीय कर्मचारी एवं अविभाजित मध्य प्रदेश की भाती छत्तीसगढ़ के कर्मचारियों को भी 240 दिन के स्थान पर 300 दिन का अवकाश नकदीकरण आदेश जारी किया जावे। (4) पिंगुवा समिति का गठन शिक्षक/ लिपिक, स्वास्थ्य एवं अन्य संवर्गो के कर्मचारियों की वेतन विसंगति दूर करने हेतु की गई थी समिति का अनुशंसा प्राप्त कर इन सभी संवर्गो के वेतन विसंगति सुधार हेतु शीघ्र सार्थक कार्रवाई किया जावे।(5) लिपिको के अनुकंपा नियुक्ति में दिए गए शर्तों के पालन हेतु दक्षता परीक्षा 6 माह में आयोजित किए जाने संबंधीआदेश जारी किया जावे ताकि लिपिको को यथा शीघ्र लाभ प्राप्त हो सके। (6) अनियमित, दैनिक वेतन भोगी तथा कार्यभारित कर्मचारियों के नियमितीकरण संबंधी गठित समिति का प्रतिवेदन प्राप्त नियमितीकरण का कार्यवाही शीघ्र किया जावे।(7) प्रदेश के सभी संवर्गो के कर्मचारियों का लंबित पदोन्नति प्रक्रिया हेतु पुनश्च निर्देश जारी किया जावे। (8) प्रदेश के सभी संवर्गो के अधिकारी/ कर्मचारियों को सेवाकाल में चार स्तरीय वेतनमान संबंधी आदेश शीघ्र जारी किया जावे।(9) उत्तर प्रदेश की भांति छत्तीसगढ़ अधिकारी कर्मचारी को कैशलेस चिकित्सा व्यवस्था दी जावे।(10) संघो को अविभाजित मध्य प्रदेश की भर्ती स्थाई मान्यता जारी किया जावे। (11) शासन द्वारा श्रम सम्मान निधि का भुगतान आदेश पुनश्च सभी विभागों को प्रदान करने हेतु निर्देशित किया जावे (12) शासकीय सेवा में नियुक्त होने वाले अधिकारी कर्मचारी की नियुक्ति दिनांक से एक वर्ष के भीतर मृत्यु होने पर भी अनुग्रह अनुदान राशि के भुगतान के आदेश जारी किया जावे(13) अनुकंपा नियुक्ति से आए लिपिको हेतु पूर्व की भांति कार्यालय प्रमुख/ विभाग अध्यक्ष एवं अन्य तकनीकी संस्थाओं को कौशल परीक्षा हेतु अधिकृत किया जावे क्योंकि वर्तमान व्यवस्था जटिल एवं सामान्य लोगों के लिए होने के कारण समय पर परीक्षा आयोजित नहीं हो पा रही है ।
इस प्रदर्शन में छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के साथ उसके अनुषांगिक संगठन स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ, पेंशनर संघ, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी संघ, आईटीआई कर्मचारी अधिकारी संघ, न्यायालय कर्मचारी संघ, छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी जल संसाधन कर्मचारी संघ के सदस्य भी बड़ी संख्या में उपस्थित हुए।
