टीआरपी डेस्क। छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले से फर्जीवाड़े का एक बड़ा मामला सामने आया है, जहां एक विधवा महिला की जमीन हड़पने के आरोप में सीजेएम कोर्ट ने भाजपा जिलाध्यक्ष भारत सिंह सिसोदिया, कांग्रेस जिला महामंत्री राजीव अग्रवाल, अधिवक्ता दिनेश कुमार सिंह समेत सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है।
जानकारी के अनुसार गांधीनगर और भैयाथान क्षेत्र की निवासी आवेदक चंद्रमणी देवी और कलावती कुशवाहा ने अधिवक्ता दिनेश कुमार सिंह को अपने पैतृक जमीन के बंटवारे और नामांतरण की प्रक्रिया के लिए सभी दस्तावेज सौंपे थे। अधिवक्ता राजनीति से जुड़े अपने साथी भू-माफियाओं के साथ मिलकर एक गहरी साजिश रचते हुए कुल 2.87 हेक्टेयर ज़मीन को महज 40.16 लाख रुपए में बेच दिया, जबकि पहले उसी जमीन का एग्रीमेंट 1.75 करोड़ रुपए में किया गया था।
आरोप है कि इन लोगों ने षड्यंत्रपूर्वक महिला को आर्थिक नुकसान पहुंचाने की मंशा से भूमि खरीद प्रक्रिया में धोखाधड़ी की है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली पुलिस को अपराध पेंजीबद्ध कर दो हफ्ते में कोर्ट में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।
ऐसे हुई धोखाधड़ी?
1.पहले 22 मई 2015 को भूमि का फर्जी नोटरी अनुबंध ₹1.75 करोड़ में केदारपुर अंबिकापुर निवासी राजीव अग्रवाल के नाम पर कराया गया, बिना भुगतान के।
2.फिर 21 नवंबर 2016 को उसी भूमि का दूसरा एग्रीमेंट ₹1.13 करोड़ में कराया गया, जिसमें केवल ₹50,000 नकद दिए गए और शेष राशि कागजों में ही दर्शाई गई।
- इसके बाद 25 सितंबर और 16 नवंबर 2017 को तीन रजिस्ट्री की गई, जिसमें अलग-अलग हिस्सों के लिए कुल ₹40.16 लाख का भुगतान किया गया।
बहरहाल, मामले के सामने आने के बाद स्थानीय जनता में रोष व्याप्त है। खास तौर पर तब जब दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों के वरिष्ठ पदाधिकारियों के नाम इस घोटाले में सामने आए हैं। पीड़िता ने कोर्ट का आभार जताते हुए न्याय मिलने की उम्मीद जताई है। यह मामला न केवल कानून व्यवस्था बल्कि राजनीतिक नैतिकता पर भी बड़े सवाल खड़े करता है।