रायपुर। राजधानी में शनिवार को केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत समीक्षा बैठक के बाद पत्रकरों से रूबरू हुए। इस दौरान उनके साथ पीएचई गुरू रूद्र कुमार उनके बगल ही बैठे हुए थे। मीडियाकर्मियों से चर्चा करते शेखावत ने कहा कि PM के नेतृत्व में देश के सामान्य लोगों के जीवन में परिवर्तन लाने अनेक योजनाएं लागू हुईं हैं।

हर घर तक शौचालय, हर गाँव तक पानी की पहुंच हो यही केंद्र का उद्देश्य है। सरकार द्वारा शत प्रतिशत लोगों तक हितकारी लाभ देने के उद्देश्य से काम किया जा रहा है। मंत्री शेखावत ने कहा कि किसी ने यह कल्पना नहीं की होगी कि स्वच्छता जैसे विषय पर PM बात करेंगे। उन्होंने आगे कहा कि वर्तमान में भारत की छवि विश्वभर में पहुंची है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के बीच जल की उपलब्धता लगातार घटी है। वर्तमान में यह सबसे बड़ी चुनौती बन गई है। 2024 में एक भी माँ-बहन सिर पर पानी उठाने को मजबूर नहीं होंगी। छत्तीसगढ़ में सरकार 2023 तक काम पूर्ण करने में लगी हुई है। देशभर के 74 जिलों में पूरी तरह से पानी घर तक पहुँच रहा है।1000 गाँवों में पूर्णतः पानी की व्यवस्था दी जा रही है। उन्होंने छत्तीसगढ़ के बारे में बात करते हुए कहा कि राज्य में सबसे कम प्रगति हो रही है। प्रदेश 30वें पायदान पर है।
जलशक्ति मंत्री शेखावत ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ हमने समीक्षा की है। छत्तीसगढ़ में जल मिशन पर काम जारी है। उन्होंने कहा कि नरवा योजना की जानकारी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से मिली है। जल संचयन के लिए यह अच्छी योजना है। जल मिशन योजना युग परिवर्तन साबित होगी। छत्तीसगढ़ में अब पानी संबधित मौतों में कमी आई है, लेकिन अभी-अभी और काम करने की जरूरत है।
मीडिया से चर्चा के दौरान गजेंद्र सिंह शेखावत ने छत्तीसगढ़ के परफॉर्मेंस पर अफसोस जताते हुए कहा कि घर-घर जल पहुंचाने के मामले में छत्तीसगढ़ सबसे ख़राब परफॉर्मेंस कर रहा है। पिछले साल में दिये हुए पैसे छत्तीसगढ़ शासन खर्च नहीं कर पा रही है। इस बार 1900 करोड़ में 400 करोड़ ख़र्च हुए हैं। उन्होंने कहा कि जितना पैसा दिया जा रहा है, वो पर्याप्त ख़र्च भी करें।