काबुल। अफगानिस्तान के काबुल एयरपोर्ट पर सोमवार को हुए छह रॉकेट हमलों की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली है। समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, इस्लामिक स्टेट समर्थित नाशेर न्यूज ने अपने टेलीग्राम चैनल पर कहा कि उसके लड़ाकों ने काबुल हवाई अड्डे पर रॉकेट दागे हैं। हालांकि, एयरपोर्ट पर हवाई निगरानी के लिए तैनात अमेरिका के एयर डिफेंस सिस्टम ने इन सभी रॉकेट को पहले ही मार गिराया।

नाशेर न्यूज ने कहा कि सर्वशक्तिमान ईश्वर की कृपा से, खिलाफत के सैनिकों ने काबुल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को छह कत्यूषा रॉकेटों से निशाना बनाया। अफगानिस्तान की मीडिया के मुताबिक ये रॉकेट खुर्शीद प्राइवेट यूनिवर्सिटी के पास दागे गए थे। हमले के बाद तालिबान ने काबुल की सुरक्षा को और अधिक बढ़ाने का ऐलान किया है।
अमेरिका से बदला ले रहा इस्लामिक स्टेट
आतंकियों ने यह हमला ऐसे समय पर किया है जब एक दिन पहले ही अमेरिका ने एक ड्रोन हमला करके आईएसआईएस के आतंकियों की कार को निशाना बनाया था। यह आतंकी आत्मघाती बम हमलावर था जो काबुल एयरपोर्ट को निशाना बनाने की ताक में था। इस हमले में कई आतंकी के अलावा 9 आम नागरिक भी मारे गए थे। मारे गए लोगों में एक ही परिवार के 6 बच्चे भी शामिल थे।
जानें क्या है इस्लामिक स्टेट खुरासान
आईएसआईएस-के मध्य एशिया में इस्लामिक स्टेट का सहयोगी है। 2014 में इस्लामिक स्टेट के लड़ाके पूरे सीरिया और इराक में फैल गए जिसके कुछ महीने बाद 2015 में आईएसआईएस-के की स्थापना हुई। इस संगठन में ‘खुरासान’ दरअसल अफगानिस्तान का एक प्रांत है जो अफगानिस्तान, ईरान और मध्य एशिया के ज्यादातर हिस्से कवर करता है। इसे ISK या ISIS-K के नाम से भी जाना जाता है।
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