रायपुर। कांग्रेस के महासचिव अजय माकन ने राजीव भवन में पत्रकार वार्ता को सबोधित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहे। अजय माकन ने कहा कि केंद्र की सरकार मोनेटाइजेशन पाइपलाइन के बहाने सरकारी सम्पत्तियों को अपनी चहेती कंपनियों को बेच रही है। इसका विरोध करते हुए अजय माकन ने कहा कि मोनेटाइजेशन के बहाने देश की विरासत को धीरे-धीरे बेचा जा रहा है।

सरकारी संपत्तियों को बेचा जाना सरकार की अक्षमता का प्रतीक
अजय माकन ने आरोप लगाया कि देश की मूल्यवान संपत्तियों को बेचा जाना भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रभावी तरीके से प्रबंधन में केंद्र सरकार की सरासर अक्षमता को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने पूंजीवादी मित्रों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। मुद्रीकरण का एकमात्र उद्देश्य पूंजीवादी मित्रों को लाभ पहुंचाना है। देश की संपत्ति अब सुरक्षित हाथों में नहीं है. जीडीपी बढ़ोतरी में गिरावट के चलते बदहाल आम लोगों के जख्मों पर नमक छिड़कने के लिए प्रधानमंत्री उनकी जेब से मेहनत की कमाई निकाल रहे हैं और अपना खजाना भर रहे हैं।
बता दें कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने छह लाख करोड़ रुपये की राष्ट्रीय मौद्रिकरण योजना (एनएमपी) की घोषणा की है। इसके तहत यात्री ट्रेन, रेलवे स्टेशन से लेकर हवाई अड्डे, सड़कें और स्टेडियम का मौद्रिकरण शामिल हैं. इन बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में निजी कंपनियों को शामिल करते हुए संसाधन जुटाने और संपत्तियों का विकास करने की बात कही जा रही है। कांग्रेस पार्टी सहित तमाम विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे हैं।
इस पत्रकारवार्ता में सीएम भूपेश बघेल, प्रदेश कांग्रेस संचार प्रमुख शैलेश नितिन के साथ ही प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष गिरीश देवांगन, प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री संगठन चंद्रशेखर शुक्ला, प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री प्रशासन रवि घोष, संचार विभाग के सदस्यगण, प्रदेश कांग्रेस के मुख्यप्रवक्ता एवं प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्तागण उपस्थित रहे।
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