खेल डेस्क। टी-20 विश्व कप 2021 के मद्देनजर रविवार को भारत और न्यूजीलैंड के बीच मुकाबला होना है. इस मैच में भारत का जीतना बहुत जरुरी है लेकिन यह इतना आसान नहीं होगा। विश्वकप में इससे पहले टीम इंडिया का प्रदर्शन न्यूजीलैंड के खिलाफ अच्छा नहीं रहा है।

2003 विश्वकप के बाद से अभी तक दोनों ही टीमों के बीच जितने भी मुकाबले खेले गए हैं उनमें भारत को हार ही मिली है। टी-20 विश्वकप की बात करें तो साल 2007 और साल 2016 टी-20 विश्वकप को मिलाकर दोनों टीमें दो बार भिड़ी हैं और दोनों ही मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा है। भारतीय टीम पर मैच से पहले इसका भी दबाव होगा।
वहीं पहले मैच में भी भारत को पाकिस्तान के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। विश्व कप शुरू होने से पहले इसे जीतने की मुख्य दावेदारों में से एक टीम इंडिया के लिए सेमीफाइनल की राह बेहद मुश्किल हो गई है। मौजूदा समय में टीम की बॉलिंग में वो धार नजर नहीं आ रही है. पहले मैच में भारतीय बॉलर एक भी बल्लेबाज को आउट नहीं कर पाए। मोहम्मद शमी व भुवनेश्वर कुमार संघर्ष करते दिखे।
दूसरी ओर स्पिन गेंदबाजी की बात करें तो अभी तक टीम इंडिया स्पिन को लेकर क्या कॉम्बिनेशन रखना है, वही तय नहीं कर पा रही है। पिछले मैच में अश्विन जैसे अनुभवी गेंदबाज को बैठाकर वरुण चक्रवर्ती को खिलाया गया, जो गलत फैसला साबित हुआ। अश्विन के अलावला तीसरे स्पिनर राहुल चाहर हैं, उनके पास अनुभव की कमी है। ऐसे में तेज गेंदबाजी के अलावा स्पिन में भी भारत की टीम उतनी मजबूत नजर नहीं आ रही है।
टीम इंडिया का अगला मैच न्यूजीलैंड के बाद स्कॉटलैंड, नामीबिया और अफगानिस्तान से खेला जाना है। टीम इंडिया भले ही इन तीनों टीमों के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन करे लेकिन फिर भी अफगानिस्तान के साथ यह मैच बराबरी का हो सकता है। क्योंकि अफगानिस्तान टीम में राशिद खान और मुजीब-उर रहमान जैसे खिलाड़ी हैं जो टीम इंडिया के लिए घातक हो सकते हैं। ऐसे में भारत की जीत बेहद जरूरी है।
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