रायपुर : आज देश की महिलाएं किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं हैं। वे शिक्षित भी हैं और आत्मनिर्भर भी, वे न सिर्फ स्वयं सक्षम हो रही हैं बल्कि अन्य महिलाओं को सक्षम बनाने के लिए भी कटिबद्ध हैं। कुछ ऐसी ही आत्मनिर्भरता की इबारत लिख रही हैं छत्तीसगढ़ की “शैली महिला स्व सहायता समूह” की महिलाएँ। ये महिलाएँ मिलेट्स के प्रयोग से कूकीज़ बनाकर स्वयं आत्मनिर्भर बन रही हैं। प्रदेश की महिलाओं को प्रशिक्षण देकर उन्हें भी आत्मनिर्भर बनने का पाठ पढ़ा रही हैं।

2016 में हुई स्थापना

शैली महिला स्व सहायता समूह की संस्थापिका विनिता पाठक ने बताया कि उन्होंने 1 नवंबर 2016 को समूह की स्थापना की थी। इसके बाद समूह की महिलाओं ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रमों में कैटरिंग से अपने काम की शुरुआत की थी। जिसके बाद समूह कि महिलाओं ने पंडरी स्थित छत्तीसगढ़ हाट में रेस्टोरेंट की शुरुआत की। यहाँ समूह के द्वारा छत्तीसगढ़ी व्यंजन परोसे जा रहे थे। इसके बाद बिहान के साथ मिल कर शैली महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने राजधानी के कलेक्टरेट परिसर में भी रेस्टोरेंट की शुरुआत की।

कोरोना के समय में किया नो प्रॉफिट नो लॉस में काम

कोरोना के समय में शैली महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं ने लगातार प्रशासन को अपनी सेवा दी। इस दौरान उन्होंने कोविड कंट्रोल रुम से आवश्यक सेवा में लगे कर्मचारियों को भोजन उपलब्ध कराया। इस दौरान समूह की महिलाएं 70 रूपये में नाश्ता, भोजन और पानी उपलब्ध कराती थीं। इस दौरान किए गए उनके काम को शासन और प्रशासन की ओर से काफी सराहना मिली थी। हालाँकि कई कारणों से इसके बाद समूह की महिलाओं को पंडरी स्थित अपना रेस्टोरेंट बंद करना पड़ा।

छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से मिली पहचान

शैली महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं को छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से पहचान मिली। समूह की महिलाओं ने अब तक कई बड़े शासकीय आयोजनों और कार्यक्रमों में कैटरिंग का काम किया है। इसमें मुख्यमंत्री आवास में आयोजित हरेली और गोवर्धन पूजा का कार्यक्रम भी शामिल है। ऐसे बड़े कार्यक्रमों के साथ साथ अपने रेस्टोरेंट्स में गुणवत्ता पूर्ण और स्वादिष्ट छत्तीसगढ़ी व्यंजनों से समूह को पहचान मिली और अब समूह की प्रसिद्धि प्रदेश भर में होने लगी है। राजधानी के जाने माने होटल ‘मे फेयर’ (MAYFAIR) में भी समूह की महिलाएं हर रविवार ब्रंच सर्व करती हैं। इसका मेन्यु हर सप्ताह बदलता रहता है और इसमें छत्तीसगढ़ी व्यंजन ही परोसे जाते हैं।

मिलेट्स के प्रयोग से बढ़ा मान

1 नवंबर 2021 को शैली महिला स्व सहायता समूह ने मिलेट्स के प्रयोग से कूकीज़ बनाने की शुरुआत की। समूह की संस्थापिका विनिता पाठक बताती हैं कि कोरोना के आने से लोगों में मिलेट्स के महत्व को लेकर जागरूकता बढ़ी है। अब हर व्यक्ति खान पान में मिलेट्स को शामिल करना चाहता है। इसके साथ ही प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मिलेट्स को काफी प्रोत्साहित कर रहे हैँ। सेहत के साथ अगर स्वाद का योग हो जाए तो इससे बेहतर और क्या हो सकता है। इसी सोंच के साथ महिला समूह के सदस्यों ने मिलेट्स से कूकीज़ बनाने की शुरुआत की। कूकीज़ के अलावा समूह की महिलाएँ लड्डू और अन्य मिठाइयाँ और पकवान जैसे कि पीड़िया, पपची, खुरमी, ठेठरी, खाजा आदि भी बना रही हैं।

अब तक 4.5 लाख का कारोबार

विनिता पाठक ने बताया कि मिलेट्स से बनी कूकीज़ और अन्य उत्पादों को जनता का अच्छा प्रतिसाद मिल रहा है। नवंबर माह से लेकर अब तक समूह के उत्पादों से 4.5 लाख रुपयों का कारोबार हो गया है। उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल समूह का उद्देश्य व्यापार बढ़ाना है। नए आउटलेट्स और नए प्रोडक्शन यूनिट्स की स्थापना अभी समूह की प्राथमिकता है। अभी देवेन्द्र नगर स्थित उत्पादन केन्द्र की उत्पादन क्षमता काफी कम है। दिन भर में 15-20 किलो का ही उत्पादन हो पा रहा है, जबकि मांग इससे काफी अधिक है।

जोरन स्मार्ट फूड आउटलेट का हुआ उद्घाटन

शैली महिला स्व सहायता समूह द्वारा संचालित जोरन स्मार्ट फूड आउटलेट का उद्घाटन हाल ही में 17 फरवरी 2022 को हुआ। यह आउटलेट मरीन ड्राइव के समीप कनाल लिंकिंग रोड पर स्थित है। यहाँ मिलेट्स से बने सभी उत्पादों के अलावा छत्तीसढ़ी व्यंजन चिला, बड़ा, फरा, आलू चाप, आदि भी उपलब्ध रहते हैं। इसके अलावा भी कई अन्य डिशेस और पकवानों का मजा यहाँ लिया जा सकता है। विनिता पाठक ने बताया कि जल्द ही जोरन स्मार्ट फूड के और भी आउटलेट्स शहर में देखने को मिलेंगे।

अन्य महिलाओं को भी सिखा रहीं आत्मनिर्भरता के गुर

शैली महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं अन्य महिलाओं को मिलेट्स से खाद्य पदार्थ बनाने का प्रशिक्षण भी देती हैं। इससे उनके साथ साथ अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बनने का नया रास्ता मिलने लगा है। शैली महिला स्व सहायता समूह की महिलाएं प्रदेश के कई जिलों की महिलाओं को प्रशिक्षण देने वाली हैं इसके तहत बालोद की महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त कर भी लिया है। समूह की संस्थापिका विनिता पाठक ने बताया कि प्रदेश सरकार दवारा जल्द ही मरीन ड्राइव के समीप कनाल लिंकिंग रोड पर स्थित जोरन स्मार्ट फूड आउटलेट को प्रशिक्षण केन्द्र के रुप में विकसित किया जाएगा।

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